अमर उजाला अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति परीक्षा देने आए छात्र – फोटो : अमर उजाला
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अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से आयोजित अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति परीक्षा-2022 को लेकर विद्यार्थियों में उत्साह देखा गया। हल्द्वानी में 1300 और अल्मोड़ा में 163 विद्यार्थी परीक्षा देने पहुंचे। पांच दृष्टिबाधित अभ्यर्थियों ने भी परीक्षा दी।
हल्द्वानी में एमबीपीजी कॉलेज और अल्मोड़ा में शारदा पब्लिक स्कूल में परीक्षा केंद्र बनाया गया था। परीक्षा का समय सुबह 11 बजे से 12:30 बजे तक निर्धारित था। परीक्षार्थी सुबह नौ बजे से ही केंद्रों पर पहुंचने लगे थे। परीक्षा देने के बाद लौटे विद्यार्थियों के चेहरों पर चमक दिखी।
अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति परीक्षा देने में दृष्टिबाधित विद्यार्थी भी पीछे नहीं रहे। दृष्टिबाधितों के साथ आए श्रृति लेखन (स्क्राइब) ने प्रश्नों के उत्तर टिक किए। नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड (नैब) के पांच दृष्टिबाधित छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी।
छात्रवृत्ति से बढ़ेगा आत्मविश्वास
पेपर अच्छा हुआ। 100 नंबर के प्रश्न पत्र में से 90 नंबर आने की उम्मीद है। अगर छात्रवृत्ति मिल जाएगी तो आगे की पढ़ाई अच्छी होगी।
– प्रियंका जोशी, कक्षा नौ, भीमताल।
अमर उजाला रोजाना पढ़ता हूं। इससे देश-दुनिया की जानकारी मिलती है। यह जानकारी प्रतियोगी परीक्षाओं में काम आती है। छात्रवृत्ति मिली तो आत्मविश्वास बढ़ेगा। – विनय रावत, कक्षा 10 रामनगर।
परीक्षा का बहुत दिन से इंतजार था। पेपर अच्छा आया। अधितकर प्रश्न पढ़े में से आए थे। छात्रवृत्ति मिलती है, तो आगे पढ़ाई में कठिनाई नहीं होगी। इससे आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। – अरुन, गदरपुर।
पहली बार छात्रवृत्ति परीक्षा दी। प्रश्न पत्र ठीक आया था। परीक्षा के लिए तैयारी की थी। ऐसी परीक्षाओं से विद्यार्थियों का हौसला बढ़ता है। -लक्ष्मण दानू, 12वीं कक्षा, नैब।
अमर उजाला की छात्रवृत्ति पहल सराहनीय है। छात्रवृत्ति विद्यार्थियों के कॅरियर में सहायक होती है। ऐसी परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं को बढ़चढ़कर प्रतिभाग करना चाहिए। ऐसे मौके बार-बार नहीं मिलते हैं। – डॉ. एनएस बनकोटी, प्राचार्य, एमबीपीजी।
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अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से आयोजित अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति परीक्षा-2022 को लेकर विद्यार्थियों में उत्साह देखा गया। हल्द्वानी में 1300 और अल्मोड़ा में 163 विद्यार्थी परीक्षा देने पहुंचे। पांच दृष्टिबाधित अभ्यर्थियों ने भी परीक्षा दी।
हल्द्वानी में एमबीपीजी कॉलेज और अल्मोड़ा में शारदा पब्लिक स्कूल में परीक्षा केंद्र बनाया गया था। परीक्षा का समय सुबह 11 बजे से 12:30 बजे तक निर्धारित था। परीक्षार्थी सुबह नौ बजे से ही केंद्रों पर पहुंचने लगे थे। परीक्षा देने के बाद लौटे विद्यार्थियों के चेहरों पर चमक दिखी।
अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति परीक्षा देने में दृष्टिबाधित विद्यार्थी भी पीछे नहीं रहे। दृष्टिबाधितों के साथ आए श्रृति लेखन (स्क्राइब) ने प्रश्नों के उत्तर टिक किए। नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड (नैब) के पांच दृष्टिबाधित छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी।
छात्रवृत्ति से बढ़ेगा आत्मविश्वास
पेपर अच्छा हुआ। 100 नंबर के प्रश्न पत्र में से 90 नंबर आने की उम्मीद है। अगर छात्रवृत्ति मिल जाएगी तो आगे की पढ़ाई अच्छी होगी।
– प्रियंका जोशी, कक्षा नौ, भीमताल।
अमर उजाला रोजाना पढ़ता हूं। इससे देश-दुनिया की जानकारी मिलती है। यह जानकारी प्रतियोगी परीक्षाओं में काम आती है। छात्रवृत्ति मिली तो आत्मविश्वास बढ़ेगा।
– विनय रावत, कक्षा 10 रामनगर।
परीक्षा का बहुत दिन से इंतजार था। पेपर अच्छा आया। अधितकर प्रश्न पढ़े में से आए थे। छात्रवृत्ति मिलती है, तो आगे पढ़ाई में कठिनाई नहीं होगी। इससे आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
– अरुन, गदरपुर।
पहली बार छात्रवृत्ति परीक्षा दी। प्रश्न पत्र ठीक आया था। परीक्षा के लिए तैयारी की थी। ऐसी परीक्षाओं से विद्यार्थियों का हौसला बढ़ता है।
-लक्ष्मण दानू, 12वीं कक्षा, नैब।
अमर उजाला की छात्रवृत्ति पहल सराहनीय है। छात्रवृत्ति विद्यार्थियों के कॅरियर में सहायक होती है। ऐसी परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं को बढ़चढ़कर प्रतिभाग करना चाहिए। ऐसे मौके बार-बार नहीं मिलते हैं।