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प्रदोष व्रत पूजा आज
आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 11 अक्टूबर दिन बुधवार को शाम 05 बजकर 37 मिनट से प्रारंभ हो रही है और इस तिथि का समापन 12 अक्टूबर दिन गुरुवार को शाम 07 बजकर 53 मिनट पर होगा.

प्रदोष व्रत आज
प्रदोष व्रत 11 अक्टूबर दिन बुधवार यानि आज रखा जाएगा. क्योंकि बुध प्रदोष व्रत की पूजा शाम को सूर्यास्त के बाद प्रारंभ होती है और प्रदोष काल में त्रयोदशी तिथि मिल रही है. इस व्रत और शिव पूजा करने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है.

बुध प्रदोष व्रत 2023 का पूजा मुहूर्त क्या है?
11 अक्टूबर को बुध प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 56 मिनट से प्रारंभ हो रहा है और यह रात 08 बजकर 25 मिनट तक है. इस बार प्रदोष व्रत पर शिव पूजा के लिए 2 घंटे 29 मिनट का शुभ समय है.

शुभ और शुक्ल योग में है बुध प्रदोष व्रत
इस बार बुध प्रदोष के दिन दो शुभ योग बन रहे हैं. व्रत वाले दिन शुभ योग प्रात:काल से लेकर सुबह 08 बजकर 42 मिनट तक है. उसके बाद शुक्ल योग प्रारंभ हो जाएगा. उस दिन मघा नक्षत्र प्रात:काल से लेकर सुबह 08 बजकर 45 मिनट तक है. उसके बाद से पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र है.

बुध प्रदोष 2023 व्रत और पूजा विधि
व्रत वाले दिन दिनभर फलाहार पर रहें, उसके बाद शाम को शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा करें. सबसे पहले शिवलिंग का गंगाजल और गाय के दूध से स्नान कराएं.

पूजा विधि
बेलपत्र, भांग, धतूरा, अक्षत्, चंदन, शहद, फूल, फल आदि चढ़ाएं. फिर घी का दीप जलाएं. शिव चालीसा और बुध प्रदोष व्रत की कथा पढ़ें.
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