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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
पंचकर्म चिकित्सा से शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों की सफाई का काम भी निगम करेगा। निगम ने अपनी सभी आयुष इकाइयों को मजबूत करने के साथ इनके अंदर पंचकर्म चिकित्सा इकाइयों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। इनमें असाध्य बीमारियों को आयुर्वेदिक चिकित्सा विधि से ठीक किया जाएगा।
दिलचस्प यह है कि निगम पहली बार आयुष इकाइयों में इंडोर सुविधा देने जा रहा है। इसकी शुरुआत हैदरपुर पंचकर्म अस्पताल से होगी। दरअसल, निगम का आयुष विभाग 2 आयुर्वेदिक अस्पतालों, 14 पंचकर्म अस्पतालों और 10 मधुमेह केंद्रों में लोगों का इलाज कर रहा है। अब इसके बड़े पैमाने पर विस्तार की योजना है।
इसमें हैदरपुर में एक बड़ा पंचकर्म अस्पताल तकरीबन बनकर तैयार है। इसमें पहली बार मरीज भर्ती करने की सुविधा भी होगी। दो मंजिला इस अस्पताल में आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज की सुविधाएं और चिकित्सकों की संख्या दूसरे किसी भी आयुर्वेदिक अस्पताल से ज्यादा होगी। दूसरी तरफ तिलक नगर में भी एक पंचकर्म अस्पताल खोलने की योजना है। इसके अलावा दूसरे अस्पतालों में भी पंचकर्म से इलाज करने की तैयारी है। अभी तक किसी भी अस्पताल में मरीज भर्ती करने की सुविधा नहीं है।
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