गोरखपुर निकाय चुनाव समीकरण: कई दिग्गज चुनावी दौड़ से बाहर, कुछ फिर ताल ठोंकने को तैयार

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सांकेतिक तस्वीर।

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– फोटो : iStock

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गोरखपुर नगर निगम में 10 नए वार्ड बढ़ने और आरक्षण बदलने से चुनावी समीकरण काफी बदल गया है। कई दिग्गज पार्षद मैदान से बाहर हो गए हैं, तो कुछ पर किस्मत मेहरबान दिख रही है। आरक्षण में उनके वार्ड की सीट महिला घोषित हो जाने से वे अपनी पत्नी या बहू को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं।

शाहपुर वार्ड से पार्षद चंद्रशेखर सिंह और शक्तिनगर से आलोक सिंह विशेन महिला सीट होने के कारण चुनाव की दौड़ से बाहर हो गए। संत झूलेलाल नगर से मौजूदा पार्षद एहतराम हुसैन ओबीसी के लिए आरक्षित होने से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। सपा नेता एवं इलाबाहीबाग वार्ड से मौजूदा पार्षद असमत खातून की सीट इस बार पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गई।

चरगावां सीट अनुसूचित महिला के लिए आरक्षित होने से मौजूदा पार्षद संतराज शर्मा चुनावी मैदान से बाहर हो गए हैं। नकहा से राजेश यादव अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने से बाहर हो गए तो वहीं माधवनगर से वर्तमान पार्षद महेश पासवान एवं डॉ राजेंद्र प्रसाद नगर से पार्षद रिंकी देवी भी पिछड़ा वर्ग के लिए सीट आरक्षित होने से चुनाव से बाहर हो गई हैं।

 

वहीं, कई दिग्गजों का गढ़ बच गया है। नगर निगम के पूर्व उपसभापति सपा नेता जिलाउल इस्लाम एवं देवेंद्र गौड़ पिंटू पांचवीं बार ताल ठोक सकेंगे। जियाउल वार्ड संख्या 76 घंटाघर से तो देवेंद्र गौड़ पिंटू सिविल लाइंस वार्ड दो से पार्षद हैं। मानसरोवर नगर से मौजूदा सपा पार्षद रमेश यादव चौथी बार चुनाव में उतरेंगे।

साल 2006 में रमेश यादव की भाभी सपा प्रत्याशी के रूप में निगम चुनाव जीत कर पार्षद बनीं थीं। उसके बाद लगातार दो बार से रमेश यादव पार्षद रहे हैं। रघुपति सहाय फिराकनगर वार्ड संख्या 56 से संजय यादव चौथी बार चुनाव लड़ सकेंगे। सपा के बैनर तले 2006 में संजय की मां, दाउदपुर वार्ड से चुनाव जीत पार्षद बनीं। उसके बाद सपा के बैनर तले संजय यादव लगातार दो बार पार्षद रहे।

भाजपा नेता उप सभापति ऋषिमोहन वर्मा इस बार चौथी बार निगम पार्षद के लिए ताल ठोकेंगे। उनका वार्ड पिछड़ा वर्ग से अनारक्षित हो गया है। सिविल लाइन प्रथम से मौजूदा पार्षद अजय राय इस बार तीसरी बार ताल ठोकेंगे। बेतियाहाता वार्ड से सपा नेता विश्वजीत त्रिपाठी दूसरी बार चुनाव लड़ेंगे।

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गोरखपुर नगर निगम में 10 नए वार्ड बढ़ने और आरक्षण बदलने से चुनावी समीकरण काफी बदल गया है। कई दिग्गज पार्षद मैदान से बाहर हो गए हैं, तो कुछ पर किस्मत मेहरबान दिख रही है। आरक्षण में उनके वार्ड की सीट महिला घोषित हो जाने से वे अपनी पत्नी या बहू को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं।

शाहपुर वार्ड से पार्षद चंद्रशेखर सिंह और शक्तिनगर से आलोक सिंह विशेन महिला सीट होने के कारण चुनाव की दौड़ से बाहर हो गए। संत झूलेलाल नगर से मौजूदा पार्षद एहतराम हुसैन ओबीसी के लिए आरक्षित होने से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। सपा नेता एवं इलाबाहीबाग वार्ड से मौजूदा पार्षद असमत खातून की सीट इस बार पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गई।

चरगावां सीट अनुसूचित महिला के लिए आरक्षित होने से मौजूदा पार्षद संतराज शर्मा चुनावी मैदान से बाहर हो गए हैं। नकहा से राजेश यादव अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने से बाहर हो गए तो वहीं माधवनगर से वर्तमान पार्षद महेश पासवान एवं डॉ राजेंद्र प्रसाद नगर से पार्षद रिंकी देवी भी पिछड़ा वर्ग के लिए सीट आरक्षित होने से चुनाव से बाहर हो गई हैं।

 



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