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तापमान
– फोटो : सोशल मीडिया
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हिमाचल प्रदेश में लगातार चढ़ रहा पारा पर्यावरणविदों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। शीत मरुस्थल के नाम से मशहूर जनजातीय जिला किन्नौर भी ग्लोबल वार्मिंग के प्रवाह से अछूता नहीं है। साल दर साल जिले के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। मौसम में हो रहे बदलाव को लेकर मौसम विज्ञान केंद्र भी गहनता से विचार-विमर्श कर रहा है।
जिला किन्नौर में दिसंबर में तापमान बढ़ने से गर्मी ही रही है। 18 दिसंबर को किन्नौर का तापमान 8 और 9 डिग्री सेल्सियस आंका गया है। यह पिछले साल के मुकाबले 5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। पिछले साल किन्नौर जिले में दिसंबर में 14.2 डिग्री सेल्सियस तापमान था। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से मिली जानकारी के अनुसार 4 दिसंबर, 2011 को किन्नौर जिले में सबसे अधिक तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
तीन सालों में 17 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया है। एक दिसंबर, 2008 में 17.2 डिग्री, 6 दिसंबर, 2015 को 17.6 डिग्री, 7 दिसंबर, 2016 को 17.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।
4 दिसंबर, 2014 को 16.6 डिग्री, 3 दिसंबर, 2012 को 15.8 डिग्री, 16 दिसंबर, 2013 को 15.4 डिग्री, 10 दिसंबर, 2017 को 15 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। किन्नौर में पिछले 5 सालों में दिसंबर में 14 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान रहा है। बीते 15 सालों में किन्नौर के दिसंबर में सबसे कम 11 दिसंबर, 2019 को 10.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि उत्तरी ध्रुव से ठंडी हवा कम आ रही है। 25 दिसंबर से मौसम में बदलाव होने जा रहा है। मौसम में हो रहे बदलाव को लेकर मौसम विभाग गहनता से विचार-विमर्श कर रहा है
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