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चाचा को जिंदा जलाया
– फोटो : अमर उजाला
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उन्नाव में जमीन और दुकानों के विवाद में पूर्व प्रधान के बेटे ने चचेरे भाइयों के साथ मिलकर चाचा पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। सूचना पर पहुंचे परिजन उसे स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। हालत गंभीर देख जिला अस्पताल भेज दिया गया। वहां से गंभीर देख उसे लखनऊ के सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना से नाराज परिजनों ने हसनापुर-सोहरामऊ मार्ग पर जाम लगा दिया। बेटी की तहरीर पर पूर्व प्रधान चाचा, तीन चचेरे भाइयों समेत 10 के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।
सोहरामऊ थाना क्षेत्र के हसनापुर गांव निवासी वीरेंद्र सिंह (55) पुत्र कन्हई लाल का अपने चचेरे भाई पूर्व प्रधान वीरेंद्र सिंह पुत्र जगन्नाथ सिंह से करीब 25 साल से 12 बिसुआ जमीन और दो दुकानों को लेकर विवाद चल रहा है। शनिवार को हसनगंज एसडीएम ने पूर्व प्रधान के प्रार्थनापत्र पर जमीन के सीमांकन का आदेश दिया था।
नायब तहसीलदार ने कब्जा दिलाया था। इस जमीन पर दो दुकानें और बरामदा भी बना है। पीड़ित वीरेंद्र परचून और चोकर की दुकान किए है। जमीन पर कब्जा मिलने के बाद पूर्व प्रधान वीरेंद्र और अन्य परिजन दुकानों को भी खाली कराना चाहते हैं। उधर वीरेंद्र पुत्र कन्हई लाल, अपने चचेरे भाई पर सत्ता पक्ष के एक नेता की मदद और पहुंच के बल पर गलत तरीके से सीमांकन कराने और कब्जा लेने का आरोप लगाते हुए कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही थी।
मंगलवार सुबह करीब सात बजे वीरेंद्र दुकान खोलने पहुंचा। करीब एक घंटे बाद पूर्व प्रधान का छोटा बेटा जितेंद्र उर्फ जीतू अपने चचेरे भाई सूर्यकुमार के पुत्र शुभम और वैभव उर्फ शीशू के साथ दुकान पहुंचे और वीरेंद्र को खींचकर दुकान के पीछे ले गए। पीड़ित के मुताबिक भतीजे वैभव उर्फ शिशु ने उसे पकड़ लिया। जितेंद्र ने उस पर बोतल से पेट्रोल डाला और शुभम सिंह ने आग लगा दी। आग की लपटें उठने पर सभी भाग गए। मौके पर पहुंचे परिजनों ने आग बुझाकर वीरेंद्र को नवाबगंज सीएचसी पहुंचाया। वहां से उसे जिला अस्पताल भेजा गया।
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