जन्मकुंडली में कालसर्प दोष है तो अपने स्वभाव और कार्यशैली से पहचानें लक्षण

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विद्या अध्ययन में रुकावट

विद्या अध्ययन में रुकावट

विद्या अध्ययन में रुकावट होना या पढ़ाई बीच में ही छूट जाना. पढ़ाई में मन नहीं लगना या फिर ऐसी कोई आर्थिक अथवा शारीरिक बाधा जिससे अध्ययन में व्यवधान उत्पन्न हो जाए.

विवाह में देरी का कारण

विवाह में विलंब

विवाह में विलंब भी कालसर्प दोष का ही एक लक्षण है. इस दोष के चलते वैवाहिक जीवन के पहले और विवाह के बाद तलाक की स्थिति भी पैदा हो जाती है.

संतान का न होना

संतान का न होना

संतान का न होना और यदि संतान हो भी जाए तो उसकी प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है. परिजन तथा सहयोगी से धोखा खाना, खासकर ऐसे व्यक्ति जिनका आपने कभी भला किया हो.

लंबे समय से बीमारी

घर में कोई सदस्य यदि लंबे समय से बीमार हो और वह स्वस्थ नहीं हो पा रहा हो साथ ही बीमारी का कारण पता नहीं चल रहा है.आए दिन घटना-दुर्घटनाएं होते रहना कालसर्प दोष का ही लक्षण है.

रोजगार में दिक्कत

रोजगार में दिक्कत या फिर रोजगार हो तो बरकत न होना. इस दोष के चलते घर की महिलाओं को कुछ न कुछ समस्याएं उत्पन्न होती रहती हैं. रोज घर में कलह का होना. पारिवारिक एकता खत्म हो जाना.

पूजा अर्चना की.

घर-परिवार में मांगलिक कार्यों के दौरान बाधा उत्पन्न होना. यदि परिवार में किसी का गर्भपात या अकाल मृत्यु हुई है तो यह भी कालसर्प दोष का लक्षण है.

परिश्रम के बाद भी सफलता नहीं

अत्यधिक परिश्रम के बाद भी कार्यों में मन मुताबिक सफलता न पाना आदि बहुत से सामान्य लक्षण है जिससे कुंडली में कालसर्प का पता लगाया जा सकता है.

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