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DGP Dilbag Singh
– फोटो : साकिव नबी
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दशहरा के पर्व पर जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह मंगलवार को उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के हंदवाड़ा क्षेत्र में माता भद्रकाली मंदिर के मंदिर पहुंचे। उन्होंने माता के मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने स्थानीय लोगों को विजयदशमी पर बधाई दी।
इस दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि इस साल केवल 10 लोग आतंकवाद के रास्ते पर चले हैं, जिनमें से छह पहले ही मारे जा चुके हैं और अन्य चार आतंकवादियों से अपील करते हैं कि वे हथियार छोड़ दें और अपने परिवार में शामिल हो जाएं। उन्होंने कहा कि पिछले साल 110 आतंकवादी शामिल हुए थे और इस साल महज 10 आतंकवादी शामिल हुए हैं।
डीजीपी ने कहा,’हम किसी उग्रवादी को मारना नहीं चाहते, उनका भी परिवार है। इन उग्रवादियों से अपील है कि वे आत्मसमर्पण कर दें।’ साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तरी कश्मीर में कोई भी आतंकवादी सक्रिय नहीं है। केवल गैर स्थानीय लोग इधर-उधर भटक रहे हैं।
डीजीपी ने कहा कि 80 और 90 के दशक के अंत में कुपवाड़ा में उग्रवाद और नशीली दवाओं के रास्ते खुले थे और यह आज भी खुले हैं। इन रास्तों को कुपवाड़ा में बंद करना होगा। उन्होंने कुपवाड़ा में उग्रवाद और नशीली दवाओं के माफिया को खत्म करने के लिए स्थानीय लोगों से समर्थन करने की अपील की।
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