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जम्मू कश्मीर और लद्दाख में कल यानी बुधवार से चिल्ले कलां शुरू होने जा रहा है। इससे पहले घाटी में जल स्रोत जमना शुरू हो गए हैं। मंगलवार को प्रदेश में मौसम साफ रहने का अनुमान है। जम्मू शहर और श्रीनगर में धूप खिली हुई है। श्रीनगर में बर्फीली हवाओं का दौर जारी है। ठंड के चलते डल झील की सतह बर्फ की परत दिखना शुरू हो गई है।
क्या होता है चिल्ले कलां
चिल्ले कलां फारसी का शब्द है, जिसका अर्थ है भीषण ठंड। यह तीन चरणों में होता है। इसे चिल्ले कलां, चिल्ले खुर्द और चिल्ले बच्चा कहा जाता है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में प्रत्येक वर्ष 40 दिन का चिल्ले कलां 21 दिसंबर से शुरू होता है, जो 30 जनवरी तक चलता है। इस दौरान यहां के जल स्रोत जम जाते हैं। रात के तापमान में काफी गिरावट रहती है। कई दिनों तक सूरज नहीं निकलता है।
प्रदेश में ठंड का प्रकोप जारी है। जम्मू समेत अन्य मैदानी इलाकों में भी हड्डियां कंपकंपाने वाली हवाओं से जनजीवन प्रभावित है। कश्मीर घाटी में लगातार सूखी ठंड के दौर के बीच अधिकांश हिस्सों में रात का तापमान जमाव बिंदु से नीचे दर्ज किया गया। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 25 दिसंबर तक मौसम ज्यादातर शुष्क रहेगा। इस दौरान न्यूनतम तापमान में और वृद्धि होने की संभावना है।
श्रीनगर में सोमवार रात का तापमान माइनस 3.4 दर्ज किया गया, जो कि इससे पहले की रात माइनस 3.1 डिग्री सेल्सियस मापा गया। वहीं, मंगलवार दिन में का तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, जम्मू में 17.4 डिग्री, गुलमर्ग में माइनस तीन, बनिहाल में 12 डिग्री, पहलगाम में 8 डिग्री, कटड़ा में 15.2 और कुपवाड़ा में 5 डिग्री दर्ज किया गया है।
वहीं, नवीनतम मॉडल विश्लेषण के अनुसार, साल के अंत में जम्मू और कश्मीर के कुछ स्थानों पर विशेष रूप से मध्य और उच्च क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना है। ज्यादातर क्षेत्र में बादल छाए रहने की संभावना है।
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