जम्मू कश्मीर: सेना में भर्ती के लिए 2019 से जुटे थे कुपवाड़ा के परवेज, अब बने अग्निवीर

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भारतीय सेना।

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– फोटो : फाइल फोटो

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कुपवाड़ा के नौपोरा तंगधार गांव के परवेज अहमद बाबा 2019 से सेना में भर्ती होने के लिए जी जान से जुटे थे। आखिर उन्हें अब अवसर मिला है। वह अग्निवीर के रूप में चयनित हो गए हैं। परवेज ने सेना द्वारा चलाए जा रहे युवा प्रशिक्षण केंद्र में नामांकन किया था। वहीं से प्रशिक्षण हासिल किया। तंगधार घाटी से परवेज समेत आठ युवाओं ने अंतिम योग्यता सूची में जगह बनाई।
 
परवेज सैन्य पृष्ठभूमि से आते हैं। उनके पिता शकूर अहमद बाबा कारगिल युद्ध के दौरान पीवीसी पलटन में तैनात थे। उनके भाई वर्तमान में सेना में सेवारत हैं। इससे भी उनमें सेना में भर्ती होने का जज्बा और जुनून पैदा हुआ।

वाईसीटी भारतीय सेना द्वारा चलाया जा रहा एक युवा प्रशिक्षण केंद्र है, जो तंगधार में युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उपयोगी प्रशिक्षण और आवश्यक कौशल प्रदान करता है। अग्निवीर योजना के लिए वाईसीटी में शारीरिक और लिखित परीक्षाओं पर ध्यान देने के साथ दो महीने से अधिक का एक नियोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। 

5 दिसंबर 2022 को जब परिणाम घोषित किए गए। वाईसीटी में प्रशिक्षण लेकर अग्निवीर बनने वाले युवाओं में कंडी गांव के उम्बर हामिद, मोहम्मद अब्दुल्ला खान, दिलदार गांव के रजवान सरवर और मोहम्मद रफीद भी शामिल हैं। कुल आठ प्रभावशाली लड़कों ने तंगधार घाटी से अंतिम योग्यता सूची में जगह बनाई। भारतीय सेना ने इस उपलब्धि पर युवाओं को बधाई दी। परवेज तंगधार में अन्य युवा उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा बन गए हैं।

विस्तार

कुपवाड़ा के नौपोरा तंगधार गांव के परवेज अहमद बाबा 2019 से सेना में भर्ती होने के लिए जी जान से जुटे थे। आखिर उन्हें अब अवसर मिला है। वह अग्निवीर के रूप में चयनित हो गए हैं। परवेज ने सेना द्वारा चलाए जा रहे युवा प्रशिक्षण केंद्र में नामांकन किया था। वहीं से प्रशिक्षण हासिल किया। तंगधार घाटी से परवेज समेत आठ युवाओं ने अंतिम योग्यता सूची में जगह बनाई।

 

परवेज सैन्य पृष्ठभूमि से आते हैं। उनके पिता शकूर अहमद बाबा कारगिल युद्ध के दौरान पीवीसी पलटन में तैनात थे। उनके भाई वर्तमान में सेना में सेवारत हैं। इससे भी उनमें सेना में भर्ती होने का जज्बा और जुनून पैदा हुआ।

वाईसीटी भारतीय सेना द्वारा चलाया जा रहा एक युवा प्रशिक्षण केंद्र है, जो तंगधार में युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उपयोगी प्रशिक्षण और आवश्यक कौशल प्रदान करता है। अग्निवीर योजना के लिए वाईसीटी में शारीरिक और लिखित परीक्षाओं पर ध्यान देने के साथ दो महीने से अधिक का एक नियोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। 

5 दिसंबर 2022 को जब परिणाम घोषित किए गए। वाईसीटी में प्रशिक्षण लेकर अग्निवीर बनने वाले युवाओं में कंडी गांव के उम्बर हामिद, मोहम्मद अब्दुल्ला खान, दिलदार गांव के रजवान सरवर और मोहम्मद रफीद भी शामिल हैं। कुल आठ प्रभावशाली लड़कों ने तंगधार घाटी से अंतिम योग्यता सूची में जगह बनाई। भारतीय सेना ने इस उपलब्धि पर युवाओं को बधाई दी। परवेज तंगधार में अन्य युवा उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा बन गए हैं।



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