जम्मू: घाटे में व्यापार, दरबार मूव करें बहाल, व्यापारियों ने प्रदेश सरकार से की मांग

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– फोटो : अमर उजाला

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जम्मू के व्यापारियों ने घाटे में चल रहे व्यवसाय का हवाला देते हुए सरकार से दरबार मूव को बहाल करने की मांग की है। उनका कहना है दरबार मूव से जम्मू में छह माह तक कारोबार को गति मिलती थी। लेकिन, अब कारोबार ठंडा पड़ गया है।

ऑल जम्मू होटल्स एंड लाजेज एसोसिएशन के प्रधान पवन गुप्ता ने कहा कि इस साल माता वैष्णो देवी तीर्थ यात्रियों की संख्या 90 लाख को पार करने की उम्मीद है, लेकिन जम्मू के व्यापारियों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है। कटड़ा से होकर केवल 10 से 15 प्रतिशत तीर्थ यात्री ही जम्मू शहर में पहुंच रहे हैं।

वर्तमान में व्यापारी सबसे खराब स्थिति का सामना कर रहे हैं। सरकार को जम्मू में व्यापारिक समुदाय को हो रहे नुकसान को गंभीरता से लेना चाहिए। व्यापारियों के अस्तित्व को बचाने के लिए आवश्यक उपाय किए जाने चाहिए। कहा कि जम्मू को एक स्वतंत्र पर्यटन आकर्षण बनाने के लिए कृत्रिम झील और मुबारक मंडी हेरिटेज कांप्लेक्स जैसी सरकारी परियोजनाओं का सहारा लिया गया था, लेकिन ये परियोजनाएं कछुआ गति से बढ़ रही हैं। 

वहीं, एसोसिएशन के प्रीतम शर्मा ने कहा कि जम्मू में व्यवसाय अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (डीएपी) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद भी दरबार मूव की बहाली की वकालत कर चुके हैं। 

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जम्मू के व्यापारियों ने घाटे में चल रहे व्यवसाय का हवाला देते हुए सरकार से दरबार मूव को बहाल करने की मांग की है। उनका कहना है दरबार मूव से जम्मू में छह माह तक कारोबार को गति मिलती थी। लेकिन, अब कारोबार ठंडा पड़ गया है।

ऑल जम्मू होटल्स एंड लाजेज एसोसिएशन के प्रधान पवन गुप्ता ने कहा कि इस साल माता वैष्णो देवी तीर्थ यात्रियों की संख्या 90 लाख को पार करने की उम्मीद है, लेकिन जम्मू के व्यापारियों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है। कटड़ा से होकर केवल 10 से 15 प्रतिशत तीर्थ यात्री ही जम्मू शहर में पहुंच रहे हैं।

वर्तमान में व्यापारी सबसे खराब स्थिति का सामना कर रहे हैं। सरकार को जम्मू में व्यापारिक समुदाय को हो रहे नुकसान को गंभीरता से लेना चाहिए। व्यापारियों के अस्तित्व को बचाने के लिए आवश्यक उपाय किए जाने चाहिए। कहा कि जम्मू को एक स्वतंत्र पर्यटन आकर्षण बनाने के लिए कृत्रिम झील और मुबारक मंडी हेरिटेज कांप्लेक्स जैसी सरकारी परियोजनाओं का सहारा लिया गया था, लेकिन ये परियोजनाएं कछुआ गति से बढ़ रही हैं। 

वहीं, एसोसिएशन के प्रीतम शर्मा ने कहा कि जम्मू में व्यवसाय अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (डीएपी) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद भी दरबार मूव की बहाली की वकालत कर चुके हैं। 



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