तेरह मास का होगा साल 2023, दो माहीने तक रहेगा सावन, 19 साल बाद बन रहा ऐसा संयोग, जानें नव वर्ष की डिटेल्स

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ज्योतिषाचार्य राकेश झा ने बताया कि भारतीय हिंदू कैलेंडर सूर्य मास और चंद्र मास की गणना के अनुसार चलता है. अधिकमास चंद्र वर्ष का एक अतिरिक्त भाग है, जो हर 32 माह, 16 दिन और 8 घटी के अंतर से आता है. इसका आगमन सूर्य वर्ष और चंद्र वर्ष के बीच अंतर का संतुलन बनाने के लिए होता है. भारतीय गणना पद्धति के अनुसार प्रत्येक सूर्य वर्ष 365 दिन और करीब 6 घंटे का होता है, वहीं चंद्र वर्ष 354 दिनों का माना जाता है. दोनों वर्षों के बीच 11 दिनों का अंतर होता है, जो हर तीन वर्ष में लगभग एक मास के बराबर हो जाता है. भारत को आजादी श्रावण मलमास में मिली थी. 1947 में श्रावण कृष्ण द्वितीया को 14 अगस्त की मध्यरात्रि के बाद भारत स्वतंत्र हुआ था. इसीलिए 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं. 1947, 1966, 1985, 2004 के बाद 19वें वर्ष में श्रावण अधिकमास 2023 में पड़ रहा है.

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