रामपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सपा को हार का सामना करना पड़ा है। पुराने शहर के कई बूथों पर जो सपा का गढ़ माने जाते थे वहां पार्टी के प्रत्याशी बढ़त बनाने में कामयाब नहीं हुए हैं। सबसे अधिक चर्चा रजा डिग्री कॉलेज स्थित बूथ संख्या पांच के परिणाम ही हैं। जहां भाजपा को नौ वोट अधिक मिले हैं। इस बूथ पर आजम खां के परिवार के सदस्यों ने मतदान किया था। हालांकि रजा डिग्री कॉलेज के अन्य बूथों पर सपा को ही बढ़त मिली है।
नफरती भाषण के एक मामले में सजा होने के बाद आजम खां की विधायकी रद्द कर दी गई थी। इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव का एलान हुआ था। सजायाफ्ता होने की वजह से उनका वोट डालने का अधिकार भी समाप्त कर दिया गया था। उपचुनाव में उन्होंने इस सीट से अपने परिवार के किसी सदस्य को मैदान में उतराने के बजाय अपने करीबी आसिम राजा पर दांव खेला था। आसिम राजा को चुनाव जीतवाने के लिए उन्होंने दिन रात एक कर दिया। अपनी पूरी ताकत लगा दी। भावनात्मक अपील भी की थी। आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में उन पर दो मुकदमे भी दर्ज हुए। अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद आजम खां सपा प्रत्याशी को चुनाव नहीं जीता पाए।
सबसे अहम बात यह है कि आजम खां का बूथ जिस पर हमेशा साइकिल रफ्तार भरती थी, इस बार वहां कमल खिल गया। मतदान के आंकड़ों के मुताबिक रजा डिग्री कॉलेज के बूथ संख्या पर भाजपा को 96 और सपा को 87 वोट मिले हैं। इस बूथ पर आजम खां की पत्नी डॉ. तजीन फात्मा, पुत्र सपा विधायक अब्दुल्ला आजम, आजम खां के भाई शरीफ खां और अन्य परिजनों ने भी वोट डाला था। हालांकि रजा डिग्री कॉलेज में बने 10 में से 9 बूथों पर सपा बढ़त बनाने में कामयाब रही है। वहीं चमरौवा सपा के विधायक नसीर अहमद खां के बूथ संख्या 200 पर पार्टी प्रत्याशी को 215 वोट मिले हैं, यहां भाजपा को केवल 39 वोट ही मिले हैं।
नवेद मियां के बूथ पर जीती भाजपा उपचुनाव में कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने भाजपा प्रत्याशी को अपना समर्थन दिया था। इस वजह से उनको पार्टी ने छह साल के निष्कासित भी कर दिया गया था। नवेद मियां ने भाजपा प्रत्याशी का खुलकर चुनाव लड़वाया था। कई मंचों पर भी वो भाजपा प्रत्याशी के साथ दिखे थे। नवेद मियां के बूथ संख्या 259 पर भाजपा को 406 और सपा को 52 वोट मिले। नवेद मियां के पीआरओ काशिफ खां के बूथ पर भी भाजपा ने जीत हासिल की। मनकरा गांव के बूथ संख्या 426 पर भाजपा को 196 और सपा को 177 वोट मिले।
शानू के बूथ पर खिला कमल उपचुनाव के दौरान आजम खां के करीबी फसाहत अली खां शानू सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने उस वक्त कहा था कि अब्दुल दरी नहीं बिछाएगा बल्कि कमल खिलाएगा। ऐसा ही हुआ। उनके बूथ संख्या 161 पर भाजपा को 147 वोट मिले, जबकि सपा 88 वोट ही हासिल कर सकी। सपा छोड़ने वाले मोईन पठान के बूथ संख्या 141 पर भाजपा को 189 और सपा को 125 वोट मिले हैं। वहीं भाजपा के कई मुस्लिम नेता अपना बूथ जितवाने में सफल नहीं हुए हैं। इनमें ऐसे लोग भी हैं जो निकाय चुनाव में पालिकाध्यक्ष के पद के टिकट पर अपना दावा ठोक रहे है।
विस्तार
रामपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सपा को हार का सामना करना पड़ा है। पुराने शहर के कई बूथों पर जो सपा का गढ़ माने जाते थे वहां पार्टी के प्रत्याशी बढ़त बनाने में कामयाब नहीं हुए हैं। सबसे अधिक चर्चा रजा डिग्री कॉलेज स्थित बूथ संख्या पांच के परिणाम ही हैं। जहां भाजपा को नौ वोट अधिक मिले हैं। इस बूथ पर आजम खां के परिवार के सदस्यों ने मतदान किया था। हालांकि रजा डिग्री कॉलेज के अन्य बूथों पर सपा को ही बढ़त मिली है।