दलाईलामा: चीन लौटने का सवाल ही नहीं, कांगड़ा ही मेरा स्थायी निवास

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गगल हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते दलाईलामा।

गगल हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते दलाईलामा।
– फोटो : संवाद

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मेरा चीन लौटने का सवाल ही पैदा नहीं होता। मैं भारत को पसंद करता हूं। पंडित नेहरू की पसंद कांगड़ा ही अब मेरा स्थायी निवास है। मैं इस जगह को बेहद पसंद करता हूं। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा ने सोमवार दिल्ली जाते समय गगल हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही।  

तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि  यूरोप, अफ्रीका और एशिया में अब चीजें सुधर रही हैं। अब चीन ने भी बेहद लचीला रुख अपनाया है। सेहत से जुड़ी दिक्कतों और दिल्ली जाने के सवाल पर उन्होंने बताया कि उनके बायें कंधे में हल्का सा दर्द है। उनकी सेहत को लेकर कोई बड़ी दिक्कत नहीं है। मैं अपने स्वास्थ्य चेकअप के लिए जा रहा हूं, मुझे कोई शारीरिक परेशानी नहीं है। 

तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा सोमवार सुबह अपने मैक्लोडगंज स्थित आवास से दिल्ली के लिए निकले। उनके कार्यक्रम के अनुसार वह 2-3 दिन दिल्ली रुकेंगे। इस दौरान अहम बैठकों में भाग लेने के साथ अन्य कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। इसी दौरान वह दिल्ली में अपना हेल्थ चेकअप करवाएंगे। इसके बाद वह बोधगया में प्रवचन के लिए जाएंगे। 

बौद्ध स्थलों में जोड़ा जाए गगल हवाई अड्डा : दलाईलामा
तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने दिल्ली जाने से पूर्व गगल एयरपोर्ट के निदेशक धरेंद्र सिंह से बातचीत के दौरान कहा कि एयरपोर्ट को शीघ्र औरंगाबाद जैसे बौद्ध महत्व से जुड़े स्थलों से जोड़ा जाना चाहिए। दलाईलामा ने एयरपोर्ट पर आध्यात्मिक ग्रंथों को रखने का भी आग्रह किया। वहीं, हवाई अड्डा निदेशक ने कहा कि वह इस बारे में अपने स्तर पर दिल्ली मुख्यालय में बात करेंगे। निदेशक और दलाईलामा के बीच 30 मिनट चली इस बातचीत में महामहिम ने बचपन की कई यादें ताजा कीं।

29 दिसंबर से बोध गया में प्रवचन देंगे तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा
तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा दिसंबर महीने के अंत में तीन दिवसीय बिहार यात्रा पर जाएंगे। इस दौरान दलाईलामा बोध गया के कालचक्र प्रवचन मैदान में ‘नागार्जुन के बोधिचित्त पर भाष्य’ पर प्रवचन देंगे। कार्यक्रम में दलाईलामा के दुनिया भर के अलग-अलग हिस्सों से उनके अनुयायी भाग लेंगे। वहीं, नववर्ष के अवसर पर कालचक्र प्रवचन मैदान में दलाईलामा की दीर्घायु के लिए प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा।

विस्तार

मेरा चीन लौटने का सवाल ही पैदा नहीं होता। मैं भारत को पसंद करता हूं। पंडित नेहरू की पसंद कांगड़ा ही अब मेरा स्थायी निवास है। मैं इस जगह को बेहद पसंद करता हूं। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा ने सोमवार दिल्ली जाते समय गगल हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही।  

तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि  यूरोप, अफ्रीका और एशिया में अब चीजें सुधर रही हैं। अब चीन ने भी बेहद लचीला रुख अपनाया है। सेहत से जुड़ी दिक्कतों और दिल्ली जाने के सवाल पर उन्होंने बताया कि उनके बायें कंधे में हल्का सा दर्द है। उनकी सेहत को लेकर कोई बड़ी दिक्कत नहीं है। मैं अपने स्वास्थ्य चेकअप के लिए जा रहा हूं, मुझे कोई शारीरिक परेशानी नहीं है। 

तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा सोमवार सुबह अपने मैक्लोडगंज स्थित आवास से दिल्ली के लिए निकले। उनके कार्यक्रम के अनुसार वह 2-3 दिन दिल्ली रुकेंगे। इस दौरान अहम बैठकों में भाग लेने के साथ अन्य कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। इसी दौरान वह दिल्ली में अपना हेल्थ चेकअप करवाएंगे। इसके बाद वह बोधगया में प्रवचन के लिए जाएंगे। 

बौद्ध स्थलों में जोड़ा जाए गगल हवाई अड्डा : दलाईलामा

तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने दिल्ली जाने से पूर्व गगल एयरपोर्ट के निदेशक धरेंद्र सिंह से बातचीत के दौरान कहा कि एयरपोर्ट को शीघ्र औरंगाबाद जैसे बौद्ध महत्व से जुड़े स्थलों से जोड़ा जाना चाहिए। दलाईलामा ने एयरपोर्ट पर आध्यात्मिक ग्रंथों को रखने का भी आग्रह किया। वहीं, हवाई अड्डा निदेशक ने कहा कि वह इस बारे में अपने स्तर पर दिल्ली मुख्यालय में बात करेंगे। निदेशक और दलाईलामा के बीच 30 मिनट चली इस बातचीत में महामहिम ने बचपन की कई यादें ताजा कीं।

29 दिसंबर से बोध गया में प्रवचन देंगे तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा

तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा दिसंबर महीने के अंत में तीन दिवसीय बिहार यात्रा पर जाएंगे। इस दौरान दलाईलामा बोध गया के कालचक्र प्रवचन मैदान में ‘नागार्जुन के बोधिचित्त पर भाष्य’ पर प्रवचन देंगे। कार्यक्रम में दलाईलामा के दुनिया भर के अलग-अलग हिस्सों से उनके अनुयायी भाग लेंगे। वहीं, नववर्ष के अवसर पर कालचक्र प्रवचन मैदान में दलाईलामा की दीर्घायु के लिए प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा।



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