दिल्ली की सबसे बड़ी चोरी : छत्तीसगढ़ के चार जिलों से तड़ीपार है शातिर चोर, पड़ोसी राज्यों की पुलिस भी परेशान

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Delhi's biggest theft: Vicious thieves spread across four districts of Chhattisgarh

लोकेश से बरामद जेवर…
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


लोकेश श्रीवास छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शातिर चोर है। इससे छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि, पड़ोसी राज्यों की पुलिस भी परेशान है। कई बार चोरी की वजह से ये पकड़ा जा चुका है। अब एक बार फिर पुलिस की गिरफ्त में है। लोकेश की चोरी करने की आदत जाती नहीं है। जमानत पर रिहा होते ही चोरी करने लग जाता है। इस हाईप्रोफाइल चोरी से परेशान होकर कलेक्टर ने उसे चार जिलों से तड़ीपार कर दिया था।

छत्तीसगढ़ के देवेंद्र नगर की दुकानों में 10 जून को चोरी हुई थी। तीन दुकानों से आठ लाख से ज्यादा की रकम पर चोर ने हाथ साफ कर दिया था। अभिषेक धारीवाल की शॉपर्स पैराडाइज नाम की होम फर्निशिंग स्टोर, विवेक कुमार कोठारी की हार्डवेयर दुकान और पार्थ घोष की रेडीमेड कपड़े की दुकान में घुसकर कैश चोरी कर लिया गया था। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस छानबीन करती रही। सीसीटीवी फुटेज में एक युवक दुकान के आसपास मंडराता हुआ नजर आया। पड़ताल करने पर पता चला कि यह कोई और नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ का सबसे शातिर चोर कवर्धा का लोकेश श्रीवास है। पुलिस के पास इसके पुराने क्राइम रिकॉर्ड, छुपने के अड्डे और साथियों को भी जानकारी थी, लिहाजा ज्यादा वक्त नहीं लगा और लोकेश गिरफ्तार हो गया। लोकेश कवर्धा से बाइक पर रायपुर आया। दुकानों की एक-दो दिनों तक रेकी की। इसके बाद घटना को अंजाम दिया।

छत के जरिए दुकानों में घुसा था रायपुर में

आरोपी लोकेश जिस तरह दिल्ली के जंगपुरा में स्थि उमराव सिंह शोरूम में छत के रास्ते घुसा था। उसी तरह वह देवेंद्र नगर में भी छत के रास्ते पेचकस से गेट खोलकर भीतर दुकानों में घुसा और चोरी करके फरार हो गया था। उस समय इसके पास से चोरी के 8 लाख 52 हजार 300 रुपए, मोटरसाइकिल और पेचकस बरामद हुआ।

जब तक चोरी नहीं करता नींद नहीं आती-

लोकेश कवर्धा के विवेकानंद स्कूल के पास कैलाश नगर का रहने वाला है। पिछले तीन-चार सालों में इसने प्रदेश के अलग-अलग शहरों में कई चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। चोरी करना इसकी आदत है। ये जब तक चोरी की बड़ी वारदात नहीं करता, तब तक इसे न तो नींद आती और न ही चैन आता है। जब किसी मामले में लोकेश गिरफ्तार होता है उसके कुछ दिनों बाद जमानत पर छूटकर फिर इसी तरह से चोरी की वारदात को अंजाम देता है। चोरी के पैसों से ही लोकेश अपनी जरूरतें पूरी करता है, परिजनों और पुलिस के कई बार समझाने के बावजूद उसने यह धंधा नहीं छोड़ा है।

आरोपी के चोरी के चर्चित मामले –

लोकेश के चर्चित मामलों में आंध्र प्रदेश के विजयनगर स्थित ज्वेलरी की दुकान से छह किलो सोना चुराया। तेलंगाना में 40 किलो सोना, उड़ीसा में ज्वेलरी शॉप से 500 ग्राम सोने के जेवरात, राजनांदगांव के गंडई से सात लाख कीमत के सोने-चांदी के जेवर, दुर्ग के पारख ज्वेलर से लगभग चार करोड रुपए के हीरे, सोने- चांदी के जेवर, दुर्ग स्थित बजाज शोरूम से नौ लाख की चोरी जैसे मामले शामिल रहा हैं।

जब कलेक्टर ने जिले से किया था बाहर

लोकेश से कवर्धा शहर के लोग भी परेशान हैं। ये उमेश बाजार, सलूजा स्टील, सपना मोबाइल शॉप में चोरी कर चुका है। यहां तक कि उसपर मंदिर की दानपेटी चुराने के कई केस थाने में दर्ज हैं। इसके अलावा उसने दुर्ग, खैराग और गंडई में भी चोरी की है। तीन साल पहले तब कवर्धा के कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने उसे कबीरधाम जिला समेत चार जिलों की सीमा से एक साल के लिए तड़ीपार कर दिया था। तब लोकेश कबीरधाम, राजनांदगांव, बेमेतरा और मुंगेली से निष्कासित (जिला बदर) था।

जूलरी शॉप मालिक ने कहा, शुक्रिया पुलिस

दिल्ली में आभूषण की दुकान के मालिक महावीर प्रसाद जैन ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि वह पुलिस के शुक्रगुजार हैं। उन्होंने बरामद की गई वस्तुओं की तस्वीरें टेलीविजन व सोशल मीडिया पर देखीं हैं। आभूषण में लगे टैग से उनकी पहचान की है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, दिल्ली में डकैती की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक इस वारदात में कम से कम तीन अज्ञात लोग शामिल थे। उनकी तलाश की जा रही है।

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