दोस्त का दावा- आफताब ने पहले भी की थी श्रद्धा का गला दबाने की कोशिश, जताया था जान का खतरा

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राहुल राय नाम के श्रद्धा के दोस्त का कहना है कि आफताब इससे पहले दो बार श्रद्धा का गला दबाने की कोशिश कर चुका है. खुद श्रद्धा ने उसे ये बात बताई थी. फोटो 2020 में लिया गया था जब श्रद्धा पुलिस के पास आफताब द्वारा पीटे जाने की शिकायत करने गई थी. श्रद्धा ने जान का खतरा बताते हुए पुलिस में लिखित शिकायत भी दी थी. हालांकि, बाद में कोई कार्रवाई कराने से मना कर दिया था.

NDTV ने श्रद्धा के दोस्त राहुल राय से बात की. राहुल राय ने बताया, ‘मेरे दोस्त गॉडविन से श्रद्धा की करीबी दोस्ती थी. साल 2020 में आफताब पूनावाला ने श्रद्धा के साथ खूब मारपीट की थी. जिससे उसे बहुत चोट भी आई थी. गॉडविन से उसने ये बातें बताई थी. गॉडविन ने मुझसे भी ये शेयर किया था. उस वक्त मैं गॉडविन के कहने पर श्रद्धा वॉकर को लेकर पुलिस थाने गया था. जहां लिखित शिकायत की गई थी. तब पुलिस ने श्रद्धा को मेडिकल के लिए कहा था. मगर श्रद्धा ने मना कर दिया था. वो आफताब के लिए कोई एक्शन नहीं चाहती थी. उसे यकीन था कि कुछ दिनों में सब नॉर्मल हो जाएगा.’

दो बार गला दबाने की हुई थी कोशिश

राहुल आगे बताते हैं, ‘हालांकि श्रद्धा डरी हुई थी. उसने मुझे बताया था कि दो बार आफताब ने गला दबाने की कोशिश की थी. फिर मैं उसे मेरी जान-पहचान की एक महिला बीजेपी नेता के पास लेकर गया. उन्होंने श्रद्धा की बात सुनने के बाद समझाया कि अगर आप लिव-इन या रिलेशन में रहते हो तो लड़ाई-झगड़े होते हैं. तब श्रद्धा ने कहा था कि मेरी जान को खतरा है वो मुझे मार देगा.’

स्पॉन्डिलोसिस और ट्रॉमा से गुजर रही थी श्रद्धा

राहुल ने बताया, ‘उस साल दिसंबर में श्रद्धा को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब कोई चोट नहीं दिख रही थी, लेकिन एक डॉक्टर ने कहा कि उसे गंभीर पीठ दर्द और इंटरनल चोटें हैं. जो घर पर गिरने या हिंसा का संकेत दे रही थी. वहीं, ओजोन मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल में श्रद्धा का इलाज करने वाले डॉक्टर शिवप्रसाद शिंदे ने कहा, “उसे स्पॉन्डिलोसिस और ट्रॉमा था. कोई बाहरी चोट नहीं थी, बल्कि केवल आंतरिक चोटें थीं, ”

श्रद्धा ने एफआईआर कराने से कर दिया था मना

राहुल राय ने आगे बताया, ‘तब हमने उसे पुलिस में एफआईआर के लिए कहा, लेकिन श्रद्धा एफआईआर कराने से भी डर रही थी. मुझे लगता है कि वो मारपीट और झगड़ों से डिप्रेशन में थी.’ आफताब को जानने के सवाल पर राहुल कहते हैं, ‘मेरी कभी आफताब से मुलाकात नहीं हुई थी. मैं सिर्फ श्रद्धा को ही जानता था, वो मेरे दोस्त गॉडविन के साथ एक ही कंपनी में काम करती थी.’ 

अब तब पुलिस को मिले लाश के 13 टुकड़े

बता दें कि 28 साल के आफताब पूनावाला ने 18 मई को अपनी लिव इन पार्टनर 27 साल की श्रद्धा का मर्डर किया था. उसके 35 टुकड़े कर जंगल में फेंके थे. आफताब ने पुलिस पूछताछ में कुबूल किया है कि उसने पहचान छिपाने के लिए श्रद्धा का चेहरा जला दिया था. पुलिस को अब तक 13 टुकड़े मिले हैं. इनकी फोरेंसिक और DNA जांच होगी.

दोस्तों की चैट्स को रिट्रीव करने की होगी कोशिश

साइबर और टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन टीम को भी आफताब, श्रद्धा और इनके दोस्तों की चैट्स को रिट्रीव करने के लिए कहा गया है. आफताब की इंटरनेट हिस्ट्री निकालने के लिए जल्द गूगल से बातचीत की जा सकती है.

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