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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर शातिरों ने बेरोजगारों से लाखों रुपये की ठगी कर ली। बरेली के इज्जतनगर की शिव स्टेट कॉलोनी निवासी विनोद कुमार ने बताया कि उनकी जान-पहचान विजेंद्र पाठक से थी। वह खुद को रेलवे का रिटायर्ड अधिकारी बताता था। वर्ष 2018 में विजेंद्र ने बताया कि रेलवे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष और रेल राज्यमंत्री से उसके अच्छे संबंध हैं। उसने अपने बेटे का नियुक्ति पत्र दिखाया और खेल कोटे से नौकरी लगवाने का झांसा दिया।
विजेंद्र ने विनोद को मयंक पाठक से मिलवाया। मयंक ने रेलवे सचिव बताते हुए करन शर्मा से बात कराई। करन ने अजय गुप्ता, निशा गुप्ता और खुद को रेल राज्यमंत्री बताने वाले शिवाजी सिंह से बात कराई। झांसे में आकर हापुड़ निवासी ईशू का फॉर्म भरवाया। मयंक पाठक और विजेंद्र पाठक को 15 लाख रुपये भी दे दिए।
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