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सबसे अधिक गोल्ड पाने वाली रचना गुप्ता को मेडल उपाधि देते कुलपति प्रो.राजेश सिंह।
– फोटो : अमर उजाला।
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मन में अगर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो बाधाएं आपके कदम नहीं रोक सकतीं। कदम मंजिल तक पहुंच ही जाते हैं। इसे साबित करके दिखाया है देवरिया की बेटी रचना गुप्ता ने, जिनके पिता ठेले पर मिठाई बेचते हैं। गरीबी के बीच पली-बढ़ीं रचना को कदम-कदम पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
रोजाना 60 किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करके गोरखपुर विश्वविद्यालय पढ़ने आती रहीं। लेकिन, कठिन हालात के आगे हारने के बजाय डटकर उनसे जूझीं और कड़ी मेहनत करके दीक्षांत समारोह में सर्वाधिक नौ गोल्ड मेडल हासिल किए। अपने पिता और देवरिया का मान बढ़ाने के साथ एक नजीर भी पेश की।
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