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प्रदोष व्रत के दिन सुबह में स्नान-ध्यान कर भगवान शिव का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लेना चाहिए.

पूजा स्थल पर भगवान शिव की प्रतिमा या मूर्ति स्थापित करें और विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करें.

प्रदोष व्रत के पूरे दिन उपवास रखना चाहिए, इस दिन निर्जला उपवास करना और भी फलदायी माना जाता है.

प्रदोष व्रत में लाल मिर्च, अन्न, चावल और सादा नमक नहीं खाना चाहिए.

भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के बाद फलहार से अपना व्रत खोलें.

प्रदोष व्रत में नमक और तामसिक भोजन का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए.

प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव के मंत्रों का जाप जरूर करें. चतुर्दशी तिथि पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के बाद भोजन ग्रहण करें.
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