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guldar trapped in cage
– फोटो : अमर उजाला
बिजनौर जिले में पांच माह बीतने और वन विभाग की कड़ी मशक्कत के बाद पहली कामयाबी मिली है। रेहड़ थाना इलाके के गांव सादकपुर में वन विभाग की ओर से लगाए गए पिंजड़े में गुलदार फंस ही गया। गुलदार के फंसने पर गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है।
सादकपुर भटपुरा मार्ग पर 30 जुलाई को गुलदार के हमले में भटपुरे में युवती जमना की मौत हो गई थी। इसके बाद सर्वेश वत्सल की ट्यूबवेल पर पिंजड़ा लगाया गया था। हालांकि 31 जुलाई को दो पिंजड़े गांव निवासी चमन सिंह और नत्थू सिंह के खेतों पर भरपुरा खैरूल्लापुर नहर मार्ग पर लगाए गए थे।
गुलदार की मौजूदगी गांव सादकपुर में पिंजड़ा लगाए स्थान पर मिल रही थी। सोमवार की शाम को भी ग्रामीणों ने गुलदार की मौजूदगी की सूचना वन विभाग को दी थी, जिसके बाद यह पिंजड़ा लगाया गया था।
एसडीएम धामपुर मोहित कुमार ने बताया कि सादकपुर गांव में गुलदार होने की सूचना कई दिन से मिल रही थी। रात के समय गुलदार पिंजड़े में आकर फंस गया। हम सभी मौके पर पहुंच रहे हैं।
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