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बरमाणा में सीमेंट प्लांट के बाहर खड़े ट्रक।
– फोटो : संवाद
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एसीसी सीमेंट प्लांट बंद होने के बाद मंगलवार को जिला प्रशासन, ट्रक यूनियन और अदाणी समूह प्रबंधन की तीसरे दौर की बैठक हुई। करीब तीन घंटे की जद्दोजहद के बाद भी इस वार्ता में समस्या का कोई हल नहीं निकला और वार्ता विफल रही। अगली बैठक तीन दिन बाद होगी। मंगलवार शाम को उपायुक्त कार्यालय में उपायुक्त पंकज राय ने पहले अदाणी समूह के साथ वार्ता की। कंपनी की तरफ से क्लस्टर हेड जिंदल और उच्च अधिकारी निलेश बैठक में मौजूद रहे। लेकिन एक घंटे तक चली बैठक में कंपनी के अधिकारी अपनी बात पर अड़े रहे। जब बात नहीं बनी तो कंपनी के अधिकारियों ने उपायुक्त से आगामी बैठक के लिए तीन दिन का समय मांगा।
कंपनी के अधिकारियों से बैठक के बाद उपायुक्त ने ट्रक ऑपरेटरों के साथ बैठक की। लेकिन इस बैठक में ऑपरेटर भी माल ढुलाई के दाम कम करने के लिए नहीं माने। बीडीटीएस के पदाधिकारी राकेश कुमार रॉकी ने बैठक में कहा कि पहले अदाणी एसीसी फैक्ट्री का गेट खोले और सीमेंट उत्पादन शुरू करे। कहा कि उसके बाद ही अब इस मुद्दे पर बात की जाएगी। अदाणी की तानाशाही से ऑपरेटर नहीं झुकेंगे। लेखराम वर्मा ने कहा कंपनी शुरू होने के बाद ही बिजनेस पर बैठक होगी और आगे क्या करना है इस पर विचार किया जाएगा। उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि दोनों पक्षों ने तीन दिन का समय मांगा है। अगली बैठक तीन दिन बाद होगी। उल्लेखनीय है कि सीमेंट उद्योग बंद होने के बाद एसीसी से माल ढुलाई करने वाले करीब 3,800 ट्रकों के पहिये छह दिन से थमे हैं। हर दिन दी बिलासपुर जिला ट्रक परिवहन सहकारी सभा बरमाणा को 70 लाख का नुकसान हो रहा है। वहीं, सरकारी राजस्व में भी घाटा हो रहा है। ट्रकों से जुड़े जिले के कई कारोबारियों की हालत काम न होने से खस्ता है।
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