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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : amar ujala
विस्तार
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने भूमि पूजन समारोह के लिए पूरी ताकत लगा दी है। यूपीसीडा ने जून के दूसरे हफ्ते तक 263 प्रस्तावों को चुना है। 506 से ज्यादा निवेशकों से संपर्क किया जा चुका है। उनमें से 150 निवेशकों के प्रस्ताव को फाइनल किया जा चुका है। वहीं, 160 से ज्यादा निवेशकों ने जमीन की मांग की है। इनमें से 152 निवेशकों के लिए जमीन उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त बरेली, आगरा, कन्नौज, उन्नाव और प्रयागराज के मेगा प्रोजेक्टों पर विशेष फोकस किया गया है।
जिन प्रस्तावों में अभी एमओयू नहीं हो सका है, उन्हें भी भूमि पूजन समारोह में शामिल किया जा रहा है। ऐसे करीब 452 प्रोजेक्ट हैं, जिनमें 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। अकेले इन प्रस्तावों से ही 21 हजार से ज्यादा रोजगार का सृजन होगा। इनमें से 21 प्रोजेक्ट शुरू भी हो चुके हैं।
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लैंड बैंक बढ़ाने में यूपीसीडा ने झोंकी ताकत
यूपीसीडा पूरे प्रदेश में जमीनों का अधिग्रहण कर रहा है। अभी तक 1,270 एकड़ जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही प्रगति पर है। रायबरेली की वेस्पा कार कंपनी की 89 एकड़ जमीन, बाराबंकी स्थित स्पिनिंग मिल की 68 एकड़ जमीन, लखनऊ में स्कूटर इंडिया की 147 एकड़ जमीन, हाथरस में औद्योगिक क्षेत्र सलेमपुर की 550 एकड़ जमीन, हरदोई स्थित सधिनांवा की 253 एकड़ जमीन, चित्रकूट में 67 एकड़ और प्रतापगढ़ में आटो ट्रैक्टर की 96 एकड़ जमीन, प्रयागराज में भारत पंप एंड कम्प्रेशर की 231 एकड़, बाराबंकी में सनौली में 273 एकड़, मिर्जापुर में 144 एकड़, एटा में 97 एकड़ और रामपुर में 133 एकड़ जमीन यूपीसीडा के पास आ गई है। इन जमीनों पर कब्जा लेने के बाद योजना, विकास आदि किया जाएगा।
कोविड काल में भी 240 फीसदी से ज्यादा जमीन आवंटन
तीन साल में यूपीसीडा का ऑपरेटिंग राजस्व 21 फीसदी बढ़ा है। कोविड काल में 240 फीसदी से ज्यादा जमीन आवंटन किया गया। पिछले पांच साल में औद्योगिक क्षेत्रों के विकास पर 300 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि करने से आवंटियों की सुविधा बढ़ी है।
प्रयागराज, लखनऊ और बरेली में सबसे ज्यादा जमीन अधिग्रहीत
औद्योगिक विकास के लिए जमीन अधिग्रहण के मामले में सबसे आगे प्रयागराज, लखनऊ और बरेली है। प्रयागराज में 117 एकड़, लखनऊ में 88 एकड़ और बरेली में 86 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है। चौथे नंबर पर गाजियाबाद (82 एकड़) और पांचवें नंबर पर अयोध्या और सूरजपुर (72 एकड़) है। कानपुर में केवल 37 एकड़ जमीन ही अधिग्रहीत की गई है।
निवेश मित्र और नीलामी से दिए 117 भूखंड
प्राधिकरण ने निवेश मित्र पोर्टल के जरिये 18 एकड़ के 49 भूखंड आवंटित किए। इनमें 110 करोड़ रुपये का निवेश आएगा और लगभग 2600 लोगों को रोजगार मिलेगा। ई नीलामी से 25 एकड़ के 68 भूखंड दिए गए। इनमें 340 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसके जरिये 6,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। निवेश मित्र पोर्टल पर अभी भी 493 एकड़ के 469 भूखंड उपलब्ध हैं। जबकि ई नीलामी पोर्टल पर 216 एकड़ के 675 भूखंड मौजूद हैं। इनमें सबसे ज्यादा 156 भूखंड अयोध्या और 125 भूखंड आगरा में हैं। 96 भूखंडों के साथ झांसी तीसरे और 80 भूखंडों के साथ अलीगढ़ चौथे स्थान पर है। लखनऊ में 76 भूखंड हैं।
पांच मेगा प्रोजेक्टों पर सबसे ज्यादा फोकस
मेगा फूड पार्क, बहेड़ी, बरेली : 250 एकड़
इंटीग्रेटेड मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर, आगरा : 1,058 एकड़
इत्र पार्क कन्नौज : 57 एकड़
ट्रांसगंगा सिटी, उन्नाव : 1,144 एकड़
इंटीग्रेटेड मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर, प्रयागराज : 1,139 एकड़
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