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मृतक कारोबारी मनीष गुप्ता।
– फोटो : amar ujala
विस्तार
कानपुर के कारोबारी मनीष हत्याकांड में पत्नी मीनाक्षी ने एक होमगार्ड को सातवां आरोपी बताया है, लेकिन जांच में पुष्टि हो गई है कि घटनास्थल पर सिर्फ छह लोग ही थे। सीबीआई की पूछताछ और फुटेज की जांच में होमगार्ड के होने की पुष्टि नहीं हो पाई है, लिहाजा सातवें आरोपित की थ्योरी अब सीबीआई ने खारिज कर दी है। जांच में यह भी पता चला है कि जिस सोने के ब्रेसलेट की बात की जा रही थी, वह पीले रंग का रक्षासूत्र था। ब्रेसलेट चोरी या लूट की थ्योरी भी साबित नहीं हो पाई है।
जानकारी के मुताबिक, कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की 27 सितंबर 2021 की रात में गोरखपुर के होटल के कमरे में पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की तहरीर पर रामगढ़ताल थाने में छह पुलिसवालों पर हत्या सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था।
सीबीआई कोर्ट ने छह आरोपियों में पांच पर से हत्या की धारा हटा दी थी, जिसके बाद मीनाक्षी हाईकोर्ट चली गई थीं। इस मामले में हाईकोर्ट से स्टे मिल गया है और तीन मार्च को इसकी सुनवाई होनी है।
इस बीच मीनाक्षी ने सीबीआई मुख्यायल को तीन अलग-अलग प्रार्थनापत्र देकर नए आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। सीबीआई की टीम पिछले दिनों गोरखपुर आई थी। इसमें सबसे बड़ा आरोप सातवें आरोपित को लेकर था। मीनाक्षी ने फुटेज के आधार इस हत्याकांड में छह नहीं सात आरोपी होने का आरोप लगाया था। जांच में इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
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