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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार की मोतिहारी पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर अनूप सिंह हत्याकांड का खुलासा कर लिया है। अनूप की हत्या रक्सौल के महंगी जमीन के लिए किया गया था। हत्या के पीछे कोई और नहीं, बल्कि उसका ही पार्टनर निकला। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल तीन शूटरों सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, हत्या में इस्तेमाल किए गए देशी कट्टा, कार (स्कॉर्पियो) और मोबाइल बरामद किया गया है।
जांच के लिए गठित की गई एसआईटी
एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि 11 फरवरी को हरैया निवासी प्रॉपर्टी डीलर अनूप सिंह की अज्ञात अपराधियों ने सुगौली के छपवा में गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड के खुलासे के लिए सदर एएसपी शिखर चौधरी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। टीम में पकड़ीदयाल एसडीपीओ सुबोध कुमार, रक्सौल एसडीपीओ धीरेंद्र कुमार, सुगौली थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार, बंजरिया थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान, टेक्निकल सेल से मनीष कुमार सहित अन्य को शामिल किया गया था।
महंगी जमीन के लिए की गई हत्या
एसपी ने बताया कि वैज्ञानिक तरीके से जब जांच शुरू की गई तो पता चला कि रक्सौल की एक महंगी जमीन की खातिर अनूप सिंह की हत्या के लिए शूटर हायर किए गए थे। जांच जब आगे बढ़ी तो सीतामढ़ी के तीन शूटरों का नाम सामने आया। इस दौरान एक-एक कर तीनों को गिरफ्तार किया गया, तब जाकर हत्याकांड से पर्दा हटा। अनूप के हत्याकांड का मुख्य मास्टरमाइंड विशाल सिंह निकला, जिसने एक महीने पहले से अनूप की हत्या की साजिश रची थी। इसलिए उसने सीतामढ़ी के एक शूटर से मोटी रकम में हत्या की डील की थी, जिसके बाद उसकी हत्या को अंजाम दिया गया। सीतामढ़ी जिले के निवासी शूटर सौरभ सिंह, शिवम सिंह और श्रवन कुमार ने बताया कि सीतामढ़ी में बैठे अपने आका के इशारे पर हत्या को अंजाम दिया है।
मुख्य मास्टरमाइंड पुलिस गिरफ्त से बाहर
वहीं, एसपी ने बताया कि अनूप हत्याकांड का मुख्य मास्टरमाइंड विशाल पुलिस गिरफ्त से बाहर है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दरअसल, अनूप अपने मित्र की कार से रक्सौल से मोतिहारी अपने मित्र के भाई के छेंका में शामिल होने के लिए आ रहा था। इसी बीच कार सावर अपराधियों ने फिल्मी अंदाज में छपवा नवनिर्मित टोल गेट के पास घेर कर पांच गोली मारी थीं। उसके बाद घायल अनूप को आनन-फानन में मोतिहारी के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
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