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खराब सड़कें, सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
यूपीपीडब्ल्यूडी बारिश से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों और पुलों को शीघ्र दुरुस्त करेगा। इसके लिए सभी खंडो से एस्टीमेट मांग लिए गए हैं। मानसून सीजन के बाद युद्धस्तर पर काम करने की योजना बनाई गई है।
वर्तमान में पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत 2, 76, 042 किमी लंबा सड़क नेटवर्क है। इनमें 10901 किमी स्टेट हाईवे हैं, जबकि 6749 किमी प्रमुख जिला मार्ग (एमडीआर) श्रेणी के मार्ग हैं। 54244 किमी लंबे अन्य जिला मार्ग (ओडीआर) और 2,04,148 किमी ग्रामीण मार्ग हैं।
शासन को मिली जानकारी के अनुसार, बारिश से काफी संख्या में ओडीआर और ग्रामीण मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं। अगस्त के अंत और सितंबर में भी भारी वर्षा की भविष्यवाणी की जा रही है। ऐसे में और मार्गों के क्षतिग्रस्त होने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। इनमें से अधिकांश मार्ग पूर्वांचल में हैं।
शासन ने पीडब्ल्यूडी मुख्यालय को निर्देश दिए हैं कि अभी तक जितने मार्गों को बारिश से नुकसान पहुंचा है, उनका एस्टीमेट तैयार करके भजा जाए। ताकि, समय रहते उन्हें मंजूरी दी जा सके। सभी जोन को कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र के शत-प्रतिशत मार्गों का सर्वे कराकर भेजें कि वर्तमान में वे किस हाल में है। क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए सभी जोन को पर्याप्त बजट भी जारी किया जा रहा है।
गुणवत्ता में कमी के कारण गड्ढे न होने का देना होगा प्रमाणपत्र
शासन ने कहा है कि रिपोर्ट भेजते समय सभी अधिशासी अभियंताओं को यह प्रमाणित करना होगा कि मार्गों में गड्ढों का कारण गुणवत्ता में कमी नहीं, बल्कि अतिवृष्टि है। इस रिपोर्ट को अधीक्षण अभियंताओं को पुष्ट करना होगा।
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