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भाजपा में शामिल होते एनसी नेता केडी सिंह एवं पीडीपी नेता नानक चंद और साथ में प्रदेश अध्यसक्ष रव
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एक के बाद एक पहाड़ी नेताओं को पार्टी से जोड़कर भाजपा नई लोकसभा सीट अनंतनाग राजोरी को जीतने का पूरा दम लगा रही है। पिछले एक महीने की बात करें तो पार्टी ने अपने साथ इन क्षेत्रों के तीन बड़े नेताओं को अपने साथ जोड़ा है। इन नेताओं का पहाड़ी और गुज्जर वोटरों से लेकर मुस्लिम वोटरों पर भी गहरा प्रभाव है।
पहले नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व मंत्री मुश्ताक बुखारी, पूर्व विधायक शहनाज गनेई और अब पूर्व एमएलसी रफीक शाह को पार्टी ने अपने साथ जोड़ा है। ऐसे में पार्टी पूरे बल से यह सीट जीतकर कश्मीर में दस्तक देना चाहती है।
जानकारी के अनुसार इस सीट में करीब 14 लाख वोटर हैं। इनमें से 28 फीसदी पहाड़ी और 22 फीसदी गुज्जर-बकरवाल वोट हैं। भाजपा ने पहाड़ियों को एसटी का दर्जा देकर बड़ा दाव खेला है। क्योंकि 50 फीसदी वोट पहाड़ियों और गुज्जर-बकरवाल का है। जो कहीं न कहीं एनसी और पीडीपी के साथ ही जुड़े रहे हैं। इसके अलावा 50 फीसदी वोट मुस्लिम वोट है।
सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में पार्टी राजोरी अनंतनाग सीट से कई बड़े पहाड़ी नेताओं और कुछ मुस्लिम नेताओं को अपने साथ जोड़ सकती है। ताकि इस सीट पर पूरे दमदख से लड़ सके।
नेकां को एक और झटका, पूर्व प्रांतीय सचिव भाजपा में शामिल
नेशनल कांफ्रेंस को भाजपा एक के बाद एक झटका दे रही है। एक मंत्री, विधायक और एमएलसी के बाद रविवार को नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष के डी सिंह अपने 300 समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए।
के डी के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता नानक चंद भी 100 से अधिक समर्थकों के साथ पार्टी में शामिल। प्रदेश् अध्यक्ष रविंद्र रैना और संगठन महासचिव अशोक कौल की मौजूदगी में इन लोगों ने पार्टी का हाथ थामा।
रविंद्र रैना ने कहा कि मोदी सरकार ने न केवल लोगों का विश्वास हासिल किया है, बल्कि भारत की राजनीतिक व्यवस्था में लोगों के विश्वास को भी पुनर्जीवित किया है। इस विश्वास का मतलब समाज में राजनीतिक हित का उदय भी है, जो भविष्य के लिए अच्छा संकेत है।
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