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Varanasi News
– फोटो : अमर उजाला
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विदेशी सैलानियों को काशी के गंगा घाट और गलियां काफी लुभाती हैं। यही कारण है कि यूपी में आगरा के बाद काशी ही ऐसी जगह है, जहां पिछले तीन साल में सबसे अधिक विदेशी सैलानियों ने भ्रमण किया है। विदेशी काशी की आबोहवा में ऐसा घुले-मिले कि हर बार उन्हें यहां की पौराणिकता और अल्हड़पन खींच ले आती है। बौद्ध की तपोस्थली सारनाथ भी उनमें शामिल है।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार काशी में नवंबर 2023 तक एक लाख 84 हजार 69 विदेशी सैलानियों ने भ्रमण किया है। दिसंबर में यह संख्या दो लाख तक पहुंच चुकी है। वर्ष 2022 में विदेशी सैलानियों की संख्या 83741 और वर्ष 2021 में सिर्फ 2566 विदेशी काशी भ्रमण पर पहुंचे थे। साल दर साल यह संख्या बढ़ती गई। जबकि आगरा में वर्ष 2023 के दौरान नौ माह में ही छह लाख 74 हजार 475 विदेशी सैलानी पहुंचे थे।
पूर्वांचल में धान का कटोरा भी देख रहे विदेशी
धान का कटोरा कहे जाने वाले चंदौली में भी विदेशी सैलानियों की आवाजाही बढ़ गई है। 2023 के सितंबर माह तक 830 विदेशी पर्यटकों ने यहां भ्रमण किया। इसमें सबसे अधिक पर्यटक नौगढ़ के देवदरी, राजदरी जलप्रपात देखने गए। पर्यटन अधिकारियों के अनुसार विदेशी पर्यटक काशी के अलावा अन्य किसी जनपद के पर्यटन स्थलों पर नहीं जाते थे, लेकिन पिछले दो-तीन वर्षों में पर्यटकों का झुकाव विलेज टूरिज्म की ओर अधिक हुआ है।
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