श्रद्धा हत्याकांड: दिल्ली पुलिस गेस्ट हाउस में कार्यरत मुंबई के दो युवकों से करेगी पूछताछ

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श्रद्धा वालकर हत्याकांड

श्रद्धा वालकर हत्याकांड
– फोटो : सोशल मीडिया

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चर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने कुल्लू के तोष और मनाली पहुंची दिल्ली पुलिस व्हाइट लोटस गेस्ट हाउस में कार्यरत मुंबई के दो युवकों से पूछताछ करेगी। बताया जा रहा है कि जब आफताब और श्रद्धा तोष स्थित इस गेस्ट हाउस में ऑनलाइन बुकिंग के बाद 6 अप्रैल को ठहरने आए थे, तब अंधेरी मुंबई के रहने वाले समीर और जैन इस गेस्ट हाउस का संचालन कर रहे थे। 

गेस्ट हाउस मालिक ने इन्हीं दोनों को दो माह तक यहां का जिम्मा सौंपा था। इस दौरान यही दोनों बुकिंग भी और कुकिंग भी करते थे। दिल्ली पुलिस ने तोष पहुंचकर गेस्ट हाउस का रिकॉर्ड जब्त कर लिया हैै। समीर और जैन ने ही आफताब और श्रद्धा को डील किया था। इस दौरान आफताब और श्रद्धा का आपस में व्यवहार कैसा था, यह इन युवकों के अलावा किसी और को पता नहीं होगा।

गेस्ट हाउस मालिक कमल चंद और स्थानीय पंचायत उपप्रधान लुदर चंद ने बताया कि समीर और जैन अप्रैल के शुरू में ही उनके गेस्ट हाउस में काम करने के लिए आए थे और दोनों ने पूरे गेस्ट हाउस का कामकाज संभाला था। एक माह तक काम करने के बाद समीर अपनी बहन की शादी की बात कह कर मई में घर लौट गया था, जबकि जैन जून में मुंबई वापस चला गया। उपप्रधान ने बताया कि आशंका है कि आफताब और श्रद्धा समीर और जैन के जरिये ही यहां पहुंचे होंगे। वे आपस में एक-दूसरे को जानते होंगे। यही कारण है कि युवकों ने दोनों का पंजीकरण भी गेस्ट हाउस के रजिस्टर में नहीं किया।

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चर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने कुल्लू के तोष और मनाली पहुंची दिल्ली पुलिस व्हाइट लोटस गेस्ट हाउस में कार्यरत मुंबई के दो युवकों से पूछताछ करेगी। बताया जा रहा है कि जब आफताब और श्रद्धा तोष स्थित इस गेस्ट हाउस में ऑनलाइन बुकिंग के बाद 6 अप्रैल को ठहरने आए थे, तब अंधेरी मुंबई के रहने वाले समीर और जैन इस गेस्ट हाउस का संचालन कर रहे थे। 

गेस्ट हाउस मालिक ने इन्हीं दोनों को दो माह तक यहां का जिम्मा सौंपा था। इस दौरान यही दोनों बुकिंग भी और कुकिंग भी करते थे। दिल्ली पुलिस ने तोष पहुंचकर गेस्ट हाउस का रिकॉर्ड जब्त कर लिया हैै। समीर और जैन ने ही आफताब और श्रद्धा को डील किया था। इस दौरान आफताब और श्रद्धा का आपस में व्यवहार कैसा था, यह इन युवकों के अलावा किसी और को पता नहीं होगा।

गेस्ट हाउस मालिक कमल चंद और स्थानीय पंचायत उपप्रधान लुदर चंद ने बताया कि समीर और जैन अप्रैल के शुरू में ही उनके गेस्ट हाउस में काम करने के लिए आए थे और दोनों ने पूरे गेस्ट हाउस का कामकाज संभाला था। एक माह तक काम करने के बाद समीर अपनी बहन की शादी की बात कह कर मई में घर लौट गया था, जबकि जैन जून में मुंबई वापस चला गया। उपप्रधान ने बताया कि आशंका है कि आफताब और श्रद्धा समीर और जैन के जरिये ही यहां पहुंचे होंगे। वे आपस में एक-दूसरे को जानते होंगे। यही कारण है कि युवकों ने दोनों का पंजीकरण भी गेस्ट हाउस के रजिस्टर में नहीं किया।



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