[ad_1]

सकट चौथ व्रत के दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर व्रत का संकल्प लिया जाता है.

सूर्यास्त के बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें. फिर गणेश जी की मूर्ति के पास एक कलश में जल भर कर रखें.

धूप-दीप, नैवेद्य, तिल, लड्डू, शकरकंद, अमरूद, गुड़ और घी अर्पित करें.

तिलकूट का बकरा भी कहीं-कहीं बनाया जाता है. पूजन के बाद तिल से बने बकरे की गर्दन घर का कोई सदस्य काटता है.

भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाएं और श्री गणेश की स्तुति और मंत्रों का जाप करें.
[ad_2]
Source link