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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : फाइल फोटो
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स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के बढ़ते प्रचलन से बच्चों में निकटदृष्टि दोष (मायोपिया) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एक अध्ययन के अनुसार, यदि जल्द सचेत नहीं हुए तो दो दशक बाद देश में हर दूसरा बच्चा मायोपिया का शिकार हो सकता है। बच्चों में बढ़ती मायोपिया की समस्या को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हालिया परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में चिंता जाहिर की थी।
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