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ग्रामीणों से जानकारी लेते एडीजी और आईजी
– फोटो : अमर उजाला
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बरेली के शाही और शीशगढ़ इलाके में लगातार हो रही महिलाओं की हत्याओं के खुलासे की डगर आसान नहीं। पुलिस का मुखबिर तंत्र नाकाम साबित हो रहा है। सर्विलांस भी फेल साबित हो रहा है। हालांकि, पुलिस अफसर ड्रोन के जरिये जंगलों व नदियों की खाक छान रहे हैं। गांव-गांव चौपाल लगा रहे हैं। पुलिस की नौ टीमें कातिल की तलाश में दौड़ रही हैं, लेकिन अब तक सब खाली हाथ हैं। हत्यारे की गिरफ्तारी तो दूर, अब तक वे कोई ठोस सुराग भी नहीं जुटा सकी हैं।
शीशगढ़ क्षेत्र में उर्मिला देवी की हत्या होने के बाद सोमवार को जगदीशपुर में एडीजी, आईजी और एसएसपी समेत कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे। ड्रोन उड़ाकर आसपास के इलाके में टोह लेने की कोशिश तो की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। मंगलवार को भी एसएसपी की मौजूदगी में ड्रोन उड़ाकर क्षेत्र में वीडियो रिकॉर्डिंग कराई गई।
किच्छा और बहगुल नदी किनारे नाव के जरिये जंगलों की वीडियोग्रॉफी कराई गई। शाही और शीशगढ़ क्षेत्र में पुलिस और एलआईयू की टीम को सादा कपड़ों में भी तैनात किया गया है। एसओजी और सर्विलांस टीम भी लगाई गई है। शाही और शीशगढ़ क्षेत्र में मंगलवार को एसपी देहात, एसपी क्राइम, सीओ थर्ड, सीओ बहेड़ी समेत कई अफसरों ने भ्रमण किया।
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