[ad_1]
Varanasi News: ज्ञानवापी मामले में कोर्ट के आदेश पर सर्वे को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच सावन के तीसरे और अधिकमास का पहले सोमवार पर काशी विश्वनाथ में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है. लोग भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कतार में खड़े हैं. परिसर में हर हर महादेव और बोल बम के नारे की गूंज सुनाई दे रही है. ज्ञानवापी सर्वे के साथ सोमवार को भारी भीड़ के कारण विशेष इंतजाम किए गए हैं.
एएसआई के ज्ञानवापी के सर्वेक्षण के बीच काशी क्षेत्र डीसीपी राम सेवक गौतम ने कहा कि किसी भी प्रकार के दो पहिए और चार पहिए वाहन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाई गई है. वहां पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है और साथ ही बैरिकेडिंग भी की गई है, ताकि काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी नहीं हो. सभी श्रद्धालु अच्छी तरह से पूजन-दर्शन कर रहे हैं. सभी मंदिरों में पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
बताया जा रहा है कि सुबह आठ बजे तक करीब डेढ़ लाख भक्तों ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई. इससे पहले रविवार को शयन आरती तक चार लाख भक्तों ने बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया. सावन में अपने आराध्य के दर्शन पूजन को देश के विभिन्न हिस्सों से लोग काशी पहुंच रहे हैं.
सावन के तीसरे सोमवार पर रात से ही बाबा का जलाभिषेक करने के लिए शिवभक्तों की कतार लगनी शुरू हो गई थी. एक तरफ कतार चितरंजन पार्क तो दूसरी ओर गोदौलिया चौक और गेट नंबर चार से चौक के आगे तक शिवभक्त कतारबद्ध नजर आए. भोर में मंगला आरती के बाद गर्भगृह के पट झांकी दर्शन के लिए खुले तो कतार में खड़े श्रद्धालु हर-हर महादेव के जयकारे लगाने लगे.
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण सावन में काशी विश्वनाथ के गर्भगृह में प्रवेश और स्पर्श दर्शन की अनुमति नहीं है. भक्तों को बाहर से ही झांकी दर्शन कराए जा रहे हैं. वहीं बाहर लगे पात्र से जलाभिषेक की व्यवस्था की गई है. अपने आराध्य का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं बेहद उत्साह देखा जा रहा है.
भारी भीड़ को देखते हुए श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और जिला प्रशासन की ओर से कतारबद्ध श्रद्धालुओं को गर्भगृह तक पहुंचाने के लिए समय सीमा निर्धारित की गई है. प्रयास किया जा रहा है कि इस समय सीमा के अंदर श्रद्धालुओं का दर्शन करा दिए जाएं. बाबा के द्वार जाने वाले रास्तों पर को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है.
कपाट खुलने के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार आगे बढ़ती रही. सावन का सोमवार होने के कारण भीड़ में लगातार इजाफा हो रहा है. श्रद्धालुओं की कतार कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. इस बीच गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन अलर्ट है. ललिताघाट से श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया है. शेष तीनों गेट से पूर्व की ही तरह प्रवेश जारी है.
सावन के तीसरे सोमवार को काशी में अन्य शिवालयों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है. शहर के केदारेश्वर, मृत्युंजय महादेव मंदिर, सारंग नाथ, कर्मदेश्वर महादेव और बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य देवालयों में सुबह से लोग भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर रहे हैं.
84 घाट व 12 कूपों के जल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक
सावन के तीसरे सोमवार को व्यापारी संघ श्री काशी विश्वनाथ का 84 घाटों व 12 कूपों के जल से अभिषेक करेंगे. विश्वनाथ गली व्यवसायी संघ के बैनर तले विश्वनाथ गली के व्यापरियों ने इसकी व्यवस्था की है. जलाभिषेक की शोभायात्रा दशाश्वमेध स्थित चित्तरंजन पार्क से सिंह द्वार, विश्वनाथ गली होते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचेगी. जलाभिषेक शोभायात्रा में हजारों की संख्या में व्यापारी बंधु, महिलाएं व पुरुष शामिल होंगे.
[ad_2]
Source link