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मनीष सिसोदिया
– फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
आबकारी मामले में आरोपी पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तिहाड़ के जेल नंबर एक में रहेंगे। सोमवार को अदालत से न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद उन्हें जेल नंबर एक में लाया गया। फिलहाल सिसोदिया को जेल नंबर एक के सेल में रखा गया है।
सोमवार को करीब साढ़े तीन बजे मनीष सिसोदिया को जेल वेन से तिहाड़ जेल परिसर में लाया गया। विशेष सुरक्षा में वेन को जनकपुरी की ओर बने गेट से परिसर में दाखिल किया गया। वेन के आगे और पीछे दिल्ली पुलिस की दो गाड़ियां चल रही थी। जेल सुत्रों ने बताया कि जेल संख्या एक में पहुंचते ही उन्हें सबसे पहले उन्हें डयोढ़ी ले जाया गया। इस दौरान वह जेल में होने वाली सारी प्रक्रियाओें को काफी गंभीरता से देख रहे थे। यहां पर उनसे जुड़ी तमाम जानकारियां जेल के रजिस्टर में दर्ज की गई। यहां उनका फोटो भी लिया गया। साथ ही उनके स्वास्थ्य की भी जांच की गई।
यहां पर करीब आधे घंटे की प्रक्रिया होने के बाद उन्हें जेल परिसर में दाखिल किया गया। वहां से उन्हें जेल के एक सेल में ले जाया गया। जेल के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि उनके सेल में कोई विशेष सुविधा नहीं है। अन्य कैदियों को जो सुविधाएं मिलती है वहीं सुविधा उन्हें भी दी गई है। सेल के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है। सेल में जेल नियमों के मुताबिक उन्हें एक किट दी गई। जिसमें रोजमर्रा की जरूरत की चीजें होती है। जिसमें ब्रश, पेस्ट, बाल्टी मग, तौलिया, साबून और कुछ कपड़े होते हैं। जेल के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मनीष सिसोदिया को वह सभी चीजें दी जाएगी, जिसका आदेश अदालत ने दिया है। फिलहाल उन्होंने जेल में किसी चीज की मांग नहीं की है।
सुबह छह बजे से होगी दिन की शुरुआत
जेल में बंद मनीष सिसोदिया की सुबह छह बजे से होगी दिन की शुरुआत। सुबह छह बजे सभी कैदियों को सेल से बाहर निकाला जाता है। उसके बाद कैदियों की गिनती की जाती है। साढ़े सात बजे कैदियों को जेल में चाय व नाश्ता दिया जाता है। 11 बजे सुबह कैदियों को खाना दिया जाता है। 12 से तीन बजे तक कैदियों को किसी जरूरी कार्य के अलावा बैरक, वार्ड या सेल से बाहर नहीं निकलने दिया जाता है। साढ़े तीन बजे एक बार फिर उन्हें चाय व नाश्ता दिया जाता है। इसके बाद साढ़े छह बजे तक रात का खाना कैदियों को दे दिया जाता है। खाना खाने के बाद एक बार फिर कैदियों की गिनती होती है। जेल नियम के मुताबिक मनीष सिसोदिया भी अन्य कैदियों की तरह रहेंगे।
खेल गतिविधि के लिए जाना जाता है जेल नंबर एक
तिहाड़ की जेल संख्या एक खेल गतिविधियों व संगीत के लिए जाना जाता है। इसी जेल में तिहाड़ का खेल उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस जेल में बड़ा सा मैदान है। किसी अन्य जेल में इतना बड़ा मैदान नहीं है। इस मैदान में ही ओपन जिम भी है। संगीत में रुचि रखने वाले कैदी यहां बने म्यूजिक स्टूडियो में संगीत का अभ्यास करते हैं। साथ ही इसी जेल में विभिन्न व्यवसाय के लिए कैदियों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
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