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मृतक विजय नारायन व घटनास्थल पर पड़े खोखे।
– फोटो : amar ujala
विस्तार
सुल्तानपुर के बहुचर्चित चिकित्सक हत्याकांड के सह आरोपी विजय नारायण की हत्या असल में बदले की भावना से कराई गई है। यह आरोप लगाते हुए मृतक के बड़े भाई ने कोतवाली नगर में केस दर्ज कराया है। जिसमें 23 सितंबर 2023 को पीट-पीट कर मारे गए चिकित्सक घनश्याम तिवारी की पत्नी निशा तिवारी और चिकित्सक के दोनों भाइयों को साजिश का आरोपी बनाया गया है।
लंभुआ थाना के सखौली गांव निवासी घनश्याम तिवारी जयसिंहपुर सीएचसी पर संविदा चिकित्सक थे। 23 सितंबर 2023 को बेहद क्रूर तरीके से उनकी हत्या नारायनपुर गांव में कर दी गई थी। जिसमें मुख्य आरोपी अजय नारायन समेत दो अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। जिसमें छानबीन के दौरान पुलिस ने अजय नारायण के चचेरे भाई विजय नारायण को भी सह आरोपी बनाया था। विजय नारायण 14 मार्च को जमानत पर छूटकर बाहर आया था और रविवार देर शाम दरियापुर तिराहे पर पल्लवी होटल में उसकी हत्या कर दी गई थी। जबकि उसका साथी अनूप शर्मा गोली लगने के कारण लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती है।
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इस मामले में रविवार रात को पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने बताया था कि गोली मारने वाले का नाम अजय सिंह बताया जा रहा है। सोमवार को मृतक विजय नारायण के बड़े भाई सतीश नारायण सिंह ने थाने में तहरीर देकर एक अज्ञात समेत आठ लोगों के खिलाफ हत्या और हत्या की साजिश का केस दर्ज कराया। प्रभारी निरीक्षक श्रीराम पांडेय ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
इस तहरीर पर दर्ज हुआ है मुकदमा
तहरीर में सतीश नारायण ने लिखा है कि रविवार 10 बजे सुबह दीपक मिश्रा पुत्र स्व. अवध नारायण मिश्रा निवासी पयागीपुर एवं जयंत मिश्रा पुत्र दीप नारायण मिश्रा निवासी कस्बा (पांचोपीरन) ने कल क्रान्फेसिंग करके मेरे भाई विजय नारायण सिंह को बुलाया। जो समय लगभग एक बजे दोपहर दिनेश कुमार (बब्लू) एवं विनय तिवारी के साथ पल्लवी होटल (दरियापुर) पहुंचे। दीपक मिश्रा ने शाम को लगभग सात बजे साजिशन अजय सिंह सिलावर पुत्र कमला प्रसाद सिंह निवासी लोड़वा हरिनाथपुर, थाना महरूआ जिला अम्बेडकर नगर और 2-3 अज्ञात को फोन कर के बुलाया। अजय सिंह व उसके दो तीन अज्ञात साथियों ने कुछ देर बाद घटनास्थल पर पिस्टलों से आते ही ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। जिसमें विजय नारायण एवं अनुज शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गये।
मोनू सिंह (धम्मौर) ने अपनी गाड़ी से विजय नारायण सिंह को जिला अस्पताल पहुंचाया जहां उनकी मृत्यु हो गई। घटना को पल्लवी होटल के सामने दूसरी पटरी पर खड़े बृजेश नारायण सिंह निवासी नारायणपुर और ध्रुव सेन सिंह निवासी ने देखा। घटनास्थल पर उपस्थित दिनेश कुमार उर्फ बब्लू व अन्य लोगों ने भी यह घटना देखी। स्व. डा. घनश्याम तिवारी की पत्नी निशा तिवारी, डॉक्टर के भाई जो पल्लवी होटल मे कार्य करता है और दूसरा भाई प्रयागराज में मेडिकल संबंधी काम करता है। यह लोग मेरे भाई को जान से मरवाने की बात करते रहते थे और साजिश मे लिप्त रहते थे। दीपक मिश्रा, जयंत मिश्रा, निशा तिवारी और डॉ. घनश्याम के भाइयों ने आपराधिक साजिश करके अजय सिंह व अज्ञात शूटरों से विजय नारायण सिंह की हत्या कराई है।
मारी गई थी तीन गोलियां
मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर हत्याकांड के सह आरोपी की मौत की पुष्टि हो जाने के बाद दो चिकित्सकों की टीम ने रविवार देर रात मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया। सूत्रों की मानें तो विजय नारायण को तीन गोली मारी गई। इसमें दो गोली शरीर से बाहर निकल गई। जबकि एक गोली शरीर में ही फंस गई थी। इससे उसकी मौत हो गई। पीएम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
गुस्साई भीड़ ने पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
रविवार मृतक के शव के साथ बड़ी संख्या में लोग कटावां स्थित पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे थे। वहां पर लोगों ने पुलिस के खिलाफ एसपी के सामने ही जमकर आक्रोश जताया। लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
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