[ad_1]

आरोपी गिरफ्तार
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
नोएडा से गिरफ्तार फर्जी लेफ्टिनेंट कमांडर अतुल माथुर ने चार साल में पांच राज्यों के 35 युवाओं को ठगी का शिकार बनाया। उसने इनसे तीन करोड़ से अधिक की कमाई की। रक्षा मंत्रालय के बाबू से साठगांठ करके फर्जी पास और नियुक्त पत्र देता था। तीन की नौकरी भी लगवा दी। यह जानकारी एसटीएफ को आरोपी से पूछताछ में पता चली है।
एसटीएफ आगरा यूनिट ने बुधवार को नोएडा से कासगंज के नगला अस्थर सहावर गेट निवासी अतुल माथुर को गिरफ्तार किया था। वह नोएडा के आम्रपाली जोडियाक अपार्टमेंट के फ्लैट में रहता था। नौसेना का फर्जी लेफ्टिनेंट कमांडर बनकर युवाओं को ठगी का शिकार बना रहा था।
एसटीएफ आगरा यूनिट के निरीक्षक यतींद्र शर्मा ने बताया कि आर्मी इंटेलीजेंस की सूचना पर टीम ने काम किया। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया। उसने पूछताछ कई जानकारियां मिली। उसकी ठगी का शिकार 35 लोगों की शिकायत मिल चुकी है। यह आगरा, मथुरा, कासगंज, अलीगढ़, फर्रुखाबाद के हैं। आरोपी ने चार साल में तकरीबन तीन करोड़ कमाए हैं। इससे गाड़ी और मकान तक खरीद लिए। अपने शौक पूरे करता था। उसकी ठगी का शिकार सैन्य कर्मी और पुलिस कर्मियों के रिश्तेदार भी बने हैं। रक्षा मंत्रालय के बाबू अजय से उसकी साठगांठ है। वह फर्जी पास और पत्र जारी करता था। तीन की नौकरी लगवा दी थी। बाबू आरोपी से 35 लाख तक ले चुका है।
सेवानिवृत्त अधिकारी की नौकरी कर सीखा तौर तरीका
एसटीएफ के मुताबिक, अतुल इंजीनियरिंग पास है। वह एक सेवानिवृत्त अधिकारी से मिला था। उनका चालक बन गया। वह सैन्य अधिकारियों से बात करते थे। फाइटर प्लेन से लेकर नवल बेस की जानकारी ले ली। बात करने का तरीका सीख लिया। इससे ही वो युवाओं को अपने जाल में फंसाता था। उसके पास से कैंट दिल्ली के दशमेश आर्मी स्टोर का बैग मिला है। आशंका है कि दुकानदार बिना आईडी कार्ड देखे ही उसकी वर्दी तैयार करते थे।
प्रेमिका के भाई को ही ठग लिया
पूछताछ में पता चला कि अतुल माथुर एक युवती के साथ लिव इन में रह रहा था। उसके साथ पढ़ता भी था। उसने युवती के भाई को भी झांसा दिया था। पुलिस के पकड़ने पर युवती ने गुस्सा जाहिर किया। इसके बाद युवती के भाई ने शिकायत की। युवती फर्रुखाबाद की रहने वाली है। आरोपी से रक्षा मंत्रालय का पत्र, आईडी कार्ड, डेबिट कार्ड सहित अन्य सामान बरामद हुआ है। इन पर लेफ्टिनेंट अतुल लिखा है।
पाकिस्तानी लिंक भी, मोबाइल की होगी जांच
एसटीएफ ने आरोपी के पास से सवा लाख तक के दो मोबाइल बरामद किए। इसकी जांच में पता चला कि आरोपी ने सोशल मीडिया एकाउंट पर अपनी फोटो अपलोड की थी। यह फोटो फर्जी तरीके से तैयार की गई थी। इसमें वो खुद को फाइटर प्लेन के पास खड़ा दिखाता था तो कभी अधिकारी के साथ फोटो बना लेता था। इनके आधार पर ही उसके पास पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के कुछ लिंक आए थे। यह लिंक मोबाइल हैक करने के लिए होते हैं। अब आशंका है कि उसे नौसेना अधिकारी समझकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने लिंक भेजकर मोबाइल हैक किया होगा। एसटीएफ दोनों मोबाइल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजेगी।
[ad_2]
Source link