[ad_1]

सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
तापमान में उतार-चढ़ाव और पारे के एकदम से उछाल मार देने का असर लोगों के दिल पर पड़ रहा है। खासतौर पर हाई ब्लड प्रेशर और पुराने हृदय रोगियों की धड़कन की गति बिगड़ जा रही है। कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट और निजी विशेषज्ञों के यहां धड़कन अनियमित होने की शिकायत लेकर रोगी आ रहे हैं। हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि पहली बार इतनी बड़ी संख्या में रोगी आ रहे हैं। दिल में विद्युत प्रवाह की गड़बड़ी (कार्डिएक अरिदमिया) के कारण हृदय की मांसपेशियों की गतिविधि प्रभावित होती है।
पल्स रेट नीचे आ जाता है। इसके साथ ही रोगी की सांस फूलने लगती है। कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. उमेश्वर पांडेय का कहना है कि हृदय दो तरह से काम करता है। एक तो खून की पंपिंग होती है और दूसरी धड़कन होती है। विद्युत प्रवाह के बिगड़ने से धड़कन प्रभावित होती है।
[ad_2]
Source link