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बिटिया के गांव में होली के त्यौहार पर तैनात पुलिस
– फोटो : अमर उजाला
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होली पर बिटिया के गांव में कड़ी सुरक्षा के बीच होलिका दहन किया गया। गांव में पुलिस बल तैनात रहा। मामले में बरी हुए तीनों युवक त्योहार पर गांव नहीं आए। इधर, बिटिया के घर पर सन्नाटा पसरा रहा। बिटिया के घर पर सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा रही।
उल्लेखनीय है कि दो मार्च को बिटिया प्रकरण में फैसला आया था। इसमें रवि, रामू व लवकुश को दोषमुक्त कर दिया था। चौथे अभियुक्त संदीप को आजीवन कारावास व 40 हजार के अर्थदण्ड की सजा सुनाई गई थी। तीनों युवकों को अगले दिन ही जेल से रिहा कर दिया गया।
इसके बाद तीनों युवकों ने एक रात अपने घर पर बिताई थी और उसके बाद वह रिश्तेदारी में चले गए। तब से वह घर नहीं लौटे हैं। होली पर भी अपने घर नहीं आए। उनके घर पर उनकी गैर मौजूदगी में होली मनाई गई। गांव में भी होली का पर्व मनाया गया, लेकिन बिटिया के घर पर सन्नाटा पसरा रहा। गांव में होली के त्योहार के मद्देनजर पुलिस बल तैनात रहा।
हाथरस के चंदपा इलाके के एक गांव में 14 सितंबर 2020 को अनुसूचित जाति की एक युवती के साथ दरिंदगी हुई थी। गांव के ही चार युवकों ने दुष्कर्म किया था और उसकी गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया था। 29 सितंबर 2020 में युवती ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पुलिस ने युवती के बयान के आधार पर चारों अभियुक्त संदीप, रवि, रामू व लवकुश को गिरफ्तार कर लिया था।
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