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शोभा यात्रा के दौरान कई देशों के कलाकार द्वारा आकर्षक वेशभूषा में झांकी भी निकल गई।
– फोटो : अमर उजाला
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इंटरनेशनल पर्यटक स्थल बोधगया स्थित में 18वें इंटरनेशनल त्रिपिटक चैंटिंग पूजा का शुभारंभ किया गया। इस दौरान बौद्ध श्रद्धालुओं द्वारा थाई मंदिर से कालचक्र मैदान तक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा के दौरान कई देशों के कलाकार द्वारा आकर्षक वेशभूषा में झांकी भी निकल गई, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस पूजा का आयोजन कंबोडिया देश के द्वारा किया जा रहा है।
पूजा में शामिल लाइट ऑफ बुद्धा धम्मा फाउंडेशन की डायरेक्टर वाग्मो डीएक्सि ने बताया कि बताया कि 18वें इंटरनेशनल त्रिपिटक पूजा का शुभारंभ किया गया है। जिसमें विश्व के विभिन्न देशों के लगभग 10 हाजर बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए हैं। विश्व शांति को लेकर इस पूजा का आयोजन किया जाता है। यह पूजा आगामी 12 दिसंबर तक चलेगी। इस दौरान विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के प्रांगण में स्थित पवित्र बोधि वृक्ष के नीचे सूतपाठ किया जाएगा। बौद्ध परंपरा के अनुसार इस पूजा का शुभारंभ किया गया है, जिसमें विश्व के कई देशों के बौद्ध श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। इस दौरान बौद्ध श्रद्धालुओं को कालचक्र मैदान में संघदान भी दिया जाएगा।
इन देशों के श्रद्धालु होंगे शामिल
भारत,बांग्लादेश,श्रीलंका,लाओस,कंबोडिया,म्यांमार,थाईलैंड, सिंगापुर,इंडोनेशिया आदि देशों से बौद्ध धर्म गुरु और श्रद्धालु शामिल होंगे। वहीं पूजा में बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आलेंरकर पहले दिन शनिवार को शामिल हुए।
दूसरे हफ्ते में बोधगया आएंगे तिब्बती बौद्ध गुरु दलाई लामा
मालूम हो कि तिब्बती बौद्ध धर्मावलंबियों के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाईलामा का बोधगया आने का कार्यक्रम 15 दिसंबर के बाद है। दलाईलामा बोधगया प्रवास के दौरान सूबे के सीएम नीतीश कुमार के साथ 20 दिसंबर को इंटरनेशनल संघा फोरम द्वारा महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद 23 दिसंबर को वह फोरम द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन पर महाबोधि मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। इंटरनेशनल संघा फोरम के तीन दिवसीय कार्यक्रम में शामिल होंगे। साथ ही 29 से 31 दिसंबर तक दलाईलामा कालचक्र मैदान में टीचिंग देंगे।
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