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साइबर क्राइम
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
हाथरस में बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए जल्द ही साइबर अपराध थाना खोला जाएगा। शासन से मंजूरी मिलने के बाद अब इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए हाथरस जंक्शन क्षेत्र के सलेमपुर में जगह भी आवंटित हो गई है। जल्द ही थाने का कार्य शुरू हो जाएगा।
जिले में साइबर अपराध बढ़ता ही जा रहा है। साइबर अपराधी नित नए तरीकों से लोगों को शिकार बना रहे हैं। साइबर सेल के आंकड़ों के अनुसार एक साल में साइबर अपराध की करीब 300 शिकायतें दर्ज हुई हैं। कई मामलों में तो लोग साइबर अपराध का शिकार होने के बावजूद लोकलाज के कारण शिकायत भी दर्ज नहीं कराते हैं। जैसे-जैसे तकनीक का विकास हो रहा है, वैसे-वैसे अपराध के तरीके भी बदलते जा रहे हैं। अब अपराधी लोगों को इंटरनेट के माध्यम से अपना शिकार बना रहे हैं।
सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के साइबर अपराध का शिकार होने की संभावना सबसे अधिक होती है। शातिर अपराधी सोशल मीडिया के माध्यम से लिंक भेजते हैं। तरह-तरह के प्रलोभन देकर लोगों से दिए गए लिंक पर क्लिक करवाते हैं। लिंक पर क्लिक करते ही व्यक्ति साइबर अपराध का शिकार हो जाता है। लागातार बढ़ रहे साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए शासन ने जिल में साइबर क्राइम थाना शुरू करने का फैसला लिया है।
रिश्तेदार बनकर करते हैं रुपयों की मांग
साइबर सेल प्रभारी भारतभूषण ने बताया कि साइबर अपराधी यूजर्स को सोशल मीडिया के माध्यम से रिश्तेदार बनकर मैसेज भेजते हैं। वह मैसेज के माध्यम से बोलते हैं कि उन्हें रुपयों की काफी जरूरत है। इस तरह से अपराधी लोगों से रुपयों की मांग करते हैं। अगर कोई व्यक्ति झांसे में आ जाता है तो अपराधी यूपीआई व अन्य माध्यम से रुपया ट्रांसफर करवा लेते हैं। इस तरह व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार बन जाता है।
अश्लील वीडियो कॉल कर करते हैं ब्लैकमेल
पीड़ित के फोन पर अनजान नंबर से वीडियो कॉल आता है। वीडियो कॉल उठाने पर सामने से अश्लील वीडियो चल रहा होता है। इसके बाद साइबर अपराध पीड़ित के अश्लील वीडियो और फोटो रिकाॅर्ड कर लेते हैं। इसके बाद पीड़ित को ब्लैकमेल कर रुपयों की मांग की जाती है। कई मामलों में पीड़ित लोकलाज के डर से पुलिस में शिकायत तक नहीं करता है।
साइबर अपराध से बचाव के उपाय
- फेसबुक आईडी, इंस्टाग्राम आईडी बनाते समय सावधानी बरतें।
- सोशल मीडिया एकाउंट का पासवर्ड जटिल बनाएं।
- अपनी आईडी में टू स्टेप वेरिफिकेशन को एक्टिव रखें।
- आईडी पासवर्ड में नाम, मोबाइल नंबर, जन्मतिथि को कभी न लिखें।
- सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती करने से बचें।
- अनजान लोगों से वीडियो कॉल करने से बचें।
- इंटरनेट पर उलटे-सीधे लिंक पर क्लिक न करें।
जिले में साइबर अपराध थाना बनाया जाएगा। इसके लिए जगह पूर्व में ही आवंटित की जा चुकी है। शासन के निर्देश पर जल्द ही थाने का कार्य शुरू किया जाएगा।– अशोक कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक, हाथरस।
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