[ad_1]

                        बजरंग बली
                                    – फोटो : अमर उजाला 
                    
विस्तार
                                
उत्तराखंड में हनुमान का एक ऐसा मंदिर है जहां पेड़ की पत्तियां भी राम नाम जपती है। मान्यता है कि यहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। भवाली में अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कैंची धाम की स्थापना बाबा नीब करोरी ने की थी, लेकिन यह बहुत कम लोगों को पता है कि बाबा ने नैनीताल में एक और मंदिर का निर्माण कराया था। इस मंदिर को हनुमानगढ़ी के नाम से जाना जाता है। नए साल के मौके पर नैनीताल आने वाले पर्यटक इस मंदिर के दर्शन करने जरूर आते हैं। यहां आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
यह मंदिर नैनीताल-हल्द्वानी नेशनल हाईवे पर नैनीताल शहर से साढ़े तीन किमी. की दूर पर स्थित है। मंदिर में साल भर भक्तों का मेला लगा रहता है। यहां लोग मन्नतें मांगते हैं। 1953 में बाबा ने इस मंदिर को बनवाया था। मंदिर बनने से पहले यहां पर मिट्टी का एक टीला था, जहां पर बाबा नीब करोरी ने लगातार एक साल तक रामनाम का भजन कीर्तन किया था।
ये पढ़ें- मातम में बदली नए साल की खुशियां: लखनऊ से मुनस्यारी घुमने आए युवक की मौत, कारण जानकर डॉक्टर भी हैरान
[ad_2]
Source link