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गिरी पड़ी स्मारक की छत, सैनिक राजेंद्र की फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में परिजन अपने बलिदानी बेटे का स्मारक बनवा रहे थे। बुधवार को स्मारक की शटरिंग खोली जा रही थी। इसी दौरान छत भरभराकर गिर गई। इसके मलबे में दबकर नीचे खड़े दूसरे सैनिक भाई की मौत हो गई। वह एसएसबी में तैनात थे। घटना के बाद से घर में चीत्कार मच गई।
घटना बाह क्षेत्र के बिजौली गांव में बुधवार दोपहर 12 बजे की है। यहां के निवासी नीरज सिंह (36) आईटीबीपी में तैनात थे। 29 नवंबर 2023 को कोटा में चुनाव ड्यूटी के दौरान वह बलिदान हो गए थे। उनकी स्मृति में परिवार के लोग स्मारक का निर्माण करा रहे थे। नीरज के बड़े भाई राजेंद्र सिंह (38) एसएसबी में तैनात थे। वर्तमान में उनकी तैनाती बलरामपुर में थी।
राजेंद्र छुट्टी पर घर आए थे। बुधवार को स्मारक की शटरिंग खोली जा रही थी। इसी समय छज्जा भरभराकर नीचे गिर गया। नीचे खड़े राजेंद्र सिंह इसके मलबे में दब गए। हादसे के बाद परिजन व गांव के लोग उन्हें आनन फानन अस्पताल ले गए। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनकी मौत हो गई।
परिजन ने बताया कि राजेंद्र अपने चार भाइयों केशव सिंह (किसान), शिवप्रकाश (रिटायर्ड सीआरपीएफ जवान), नीरज सिंह (बलिदानी जवान) में तीसरे नंबर के थे। राजेंद्र को तीन बेटी और एक बेटा है। सैनिक का शव देख मां जसोला देवी, पत्नी रामा सुधबुध खो बैठीं। परिवार में कोहराम मच गया। ग्रामीण परिजन को ढांढस बंधाते रहे।
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