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जांच
– फोटो : pixabay(प्रतीकात्मक तस्वीर)
विस्तार
जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी के पूर्व निदेशक प्रो. वाई सिंह पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपो की जांच होगी। इसके लिए तीन सदस्यीय जांच टीम गठित हो गई है। जो एक माह के भीतर रिपोर्ट देगी। संस्थान की बीओजी (बोर्ड ऑफ गर्वनेंस) की बैठक में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के पूर्व एचओडी डा. एके गौतम व सिविल इंजीनियरिंग विभाग में सेवारत असिस्टेंट प्रोफेसर डा. सरीश चंद्रवंशी पर मुकदमा चलाए जाने को अनुमति दे दी है। हालांकि दोनों मामलों में कोतवाली पौड़ी में पहले ही मुकदमा दर्ज है।
शुक्रवार को संस्थान की बीओजी बैठक संपन्न हुई। बीओजी की अध्यक्षता प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री व बीओजी अध्यक्ष सुबोध उनियल ने की। संस्थान के निदेशक व बीओजी के सदस्य सचिव प्रो. वीएन काला ने बताया कि संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो. वाई सिंह पर वर्ष 2016 में निदेशक के पद पर रहते हुए नियुक्तियों व खरीदारी में भ्रष्टाचार किए जाने सहित अन्य आरोप लगे थे। जिस पर बीओजी में तीन सदस्यी जांच समिति गठित किए जाने का निर्णय लिया गया। समिति को एक माह के भीतर जांच रिपोर्ट देनी होगी।
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