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राम मंदिर अयोध्या
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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ताजनगरी आगरा के बाह क्षेत्र निवासी रामभक्तों ने भी आंदोलन के दौरान जेल में दिन बिताए थे। दरअसल, 22 अक्टूबर 1990 को बिहार के समस्तीपुर में सोमनाथ से अयोध्या के लिए निकले लाल कृष्ण आडवाणी का राम रथ रोक लिया। इस पर भड़के आंदोलनकारियों ने जैतपुर में रथ यात्रा निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं सड़कें जाम कर दी थी।
प्रभुदयाल कठेरिया, रामनरेश पाराशर, ओमप्रकाश करैया, राकेश दौनेरिया, बिहारीदास, डॉ बेनीराम, ब्रजमोहन शर्मा आदि 10 लोग पुलिस ने गिरफ्तार कर सेंट्रल जेल आगरा भेजे थे। 15 दिन जेल में रहे रामनरेश दीक्षित, राकेश दौनेरिया ने बताया कि जेल में सुबह रामकथा सुनते थे, दोपहर में सत्संग होता था, रात को राम का कीर्तन करते थे।
जेल से छूटने के बाद 20 नवंबर को ईदगाह से अयोध्या पहुंचे और 6 दिसंबर को कार सेवा की। दोनों ने बताया कि राम मंदिर का निर्माण और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का सपना उनके जीते जी पूरा होना गर्व और गौरव की बात है। अब जैतपुर के मंदिर को सजाकर रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का उत्सव मनाएंगे। उसके बाद रामलला के दर्शन को अयोध्या जाएंगे।
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