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                        आगरा सदर तहसील
                                    – फोटो : अमर उजाला 
                    
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उत्तर प्रदेश के आगरा में एक छत के नीचे हर समस्या के संपूर्ण समाधान का दावा खोखला साबित हो रहा है। शिकायतों का समाधान नहीं हो रहा है। फरियादी असंतुष्ट हैं। बार-बार तहसील दिवस, कलेक्ट्रेट व सीएम हेल्पलाइन तक गुहार लगा रहे हैं। शनिवार को सदर में संपूर्ण समाधान दिवस में 90 शिकायतें आईं। जिनमें आठ ही हल हो पाईं। 82 फरियादी मायूस होकर लौट गए।
मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी और जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी बार-बार बैठक व तहसील दिवसों में फरियादियों की शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण पर जोर दे रहे हैं। फरियादियों को संतुष्ट करने के निर्देश हैं लेकिन तहसीलों में हकीकत नहीं बदल रही। शनिवार को एसडीएम सदर नवोदिता शर्मा के सामने जगदीशपुरा निवासी विनोद कुमार ने टोरंट पावर पर कनेक्शन काटने के आरोप लगाए।
शास्त्रीपुरम निवासी विद्या प्रसाद राज ने टोरंट पावर पर शिकायत के फर्जी निस्तारण के आरोप लगाए। एसडीएम ने टोरंट महाप्रबंधक को कार्रवाई के निर्देश दिए। देवरी रोड निवासी वीरेंद्र सिंह तोमर ने सार्वजनिक रास्ते से कब्जा नहीं हटने की शिकायत की। दहतोरा निवासी सुनील कुमार ने कहा कि सड़क का डिवाइडर तोड़कर भैंस बांधी जा रही हैं। रास्ता अवरुद्ध है।
समाधान दिवस में सबसे ज्यादा 24 शिकायतें राजस्व विभाग, 12 नगर निगम, 12 पुलिस, विकास खंड की आठ और एडीए की छह रहीं। आठ शिकायतें हल की गईं। बची 82 शिकायतों के लिए सात दिन का समय दिया गया। जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी का कहना है कि सभी एसडीएम व तहसीलदार को शिकायतों का गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए हैं।
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