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पुलिस की गिरफ्त में फर्जी शिक्षक
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार के किशनगंज जिले में कल्याण विभाग की ओर से संचालित जिले के अनुसूचित जाति, जनजाति आवासीय विद्यालय में विभाग द्वारा शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया की गई थी। इसके बाद किशनगंज जिला कल्याण कार्यालय में योगदान देने (नियुक्ति लेने) पहुंचे एक फर्जी शिक्षक का पर्दाफाश होने का मामला सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक, कल्याण विभाग द्वारा निकाली गई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत एक फर्जी शिक्षक किशनगंज जिला कल्याण कार्यालय में अपना योगदान देने पहुंचा गया। आरोपी की पहचान मधुबनी जिले के पुलपारस थाना क्षेत्र के ग्राम सुखापट्टी वार्ड नंबर 11 निवासी देवलाल साहू के बेटे सतीश कुमार साहू के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि विभागीय निर्देश के अनुसार जिला कल्याण पदाधिकारी अनिल सिन्हा कार्यालय में योगदान देने पहुंचे अभ्यर्थियों की जांच कर रहे थे। इसी दौरान उनके द्वारा दिए गए कागजात और ऑनलाइन अपलोड किए गए दस्तावेजों में अंतर पाया गया। जहां गंभीरता पूर्वक जांच किए जाने के बाद अभ्यर्थी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसके बाद जिला कल्याण पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने फर्जी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई कर सदर थाने में मामला दर्ज करवाकर उसे पुलिस को सौंप दिया।
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