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भूपेश बघेल व हुड्डा के साथ सुखविंद्र सिंह सुक्खू
– फोटो : अमर उजाला
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नवनियुक्त मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में ट्रांसपेरेंसी एक्ट लाया जाएगा। सरकारी कामकाज में पारदर्शिता के लिए यह कानून लाया जाएगा। शनिवार को शिमला में मीडिया से बातचीत में सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ नो टॉलरेंस की नीति होगी। सरकारी कामकाज में उत्तरदायित्य तय किया जाएगा। सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि वह जब विश्वविद्यालय में पढ़ते थे तो सात से नौ बजे तक वह दूध की एजेंसी लेकर काम करते थे। दूध पैकेट में आता था तो इस तरह से बेचा जाता था। उन्होंने साथ खडे़ शिलाई के छह बार विधायक हर्षवर्द्धन चौहान की ओर इशारा कर कहा कि छात्र राजनीति के वक्त उस वक्त यह भी उनके साथ होते थे।
उधर, सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर पीटरहॉफ में देर रात तक जश्न चला। समर्थकोें ने उन्हें कंधे पर बैठाया। सुक्खू ने पीटरहॉफ के बाहर देर रात तक खडे़ होकर सभी लोगों से निवेदन किया कि सब लोग घर जाएं। उन्होंने सभी से निवेदन किया कि सब परिवार सहित शपथ ग्रहण समारोह में आएं। वह साढे़ 11 बजे रिज मैदान पर आएंगे। सुक्खू ने कहा कि शपथ लेने के बाद आगामी दस दिनों तक वह सभी से मिलेंगे। उनके कार्यालय के दरवाजे सभी के लिए खुले रहेंगे। दस दिन बाद तक यहां सभी लोगों से मिलेंगे। इस बीच उनका कार्यालय सबके लिए खुला रहेगा।
मुकेश अग्निहोत्री मेरे भाई, टीम में काम करेंगे : सुक्खू
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि एनएसयूआई का अध्यक्ष राजीव गांधी, युवा कांग्रेस का अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष भी सोनिया गांधी ने बनाया। गांधी परिवार ने एक साधारण परिवार से उठकर जो अधिमान दिया, उसका धन्यवाद किया। इस दृष्टिकोण से भी आगामी चुनौतियों का सामना करना होगा। मुकेश अग्निहोत्री मेरे भाई हैं। दोनों भाई टीम मेें काम करेंगे। जो 38 लोग हैं, उन्हें भी जिम्मेवारी सौंपी जाएगी। वह केवल यह कहना चाहते हैं कि उन्होंने कॉलेज के सीआर से अपना कैरियर शुरू किया। उनके परिवार से राजनीति में कोई नहीं था। वह शिमला नगर निगम में पार्षद भी रहे। वह विधायक बने। इससे बड़ा फख्र क्या हो सकता है।
सुक्खू आए समर्थक की गाड़ी में, वापस मुख्यमंत्री के 0003 नंबर वाहन में लौटे
विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए सुखविंद्र सिंह सुक्खू विधानसभा परिसर में आए तो समर्थक की गाड़ी में लेकिन वापस मुख्यमंत्री के एचपी 07जे 0003 नंबर वाहन में लौटे। कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू होते ही प्रशासन ने भी मुख्यमंत्री काफिले के वाहन कतार में खड़े करना शुरू कर दिया। डीजीपी संजय कुंडू और एसपी शिमला मोनिका ने खुद सुरक्षा बंदोबस्त की बागडोर संभाले रखी। सचिवालय के सामान्य प्रशासन विभाग के कई अधिकारी भी शाम को विधानसभा परिसर में नए मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए जुट गए थे।
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