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डंगे से टकराई एचआरटीसी बस।
– फोटो : संवाद
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कालका-शिमला एनएच पर शमलेच के समीप एचआरटीसी शिमला डिपो की एक बस (एचपी 03बी-6168) अनियंत्रित होकर डंगे से टकरा गई। बस में करीब 36 यात्री सवार थे। हादसे में चालक समेत आठ यात्री घायल हो गए हैं। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों की सहायता से घायलों को क्षेत्रीय अस्पताल सोलन पहुंचाया गया। यहां घायलों का इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ से शिमला की तरफ जा रही एचआरटीसी बस जब शमलेच के समीप पहुंची तो अनियंत्रित होकर दीवार से टक्करा गई। हालांकि अभी हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है। घायलों का क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में ईलाज चल रहा है। जहां पर सभी घायलों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
हादसे में नैना चंद शर्मा पुत्र माठूराम निवासी सूर्या विहार सोलन, राजेश पुत्र रामचंद निवासी पंचकुला हरियाणा, लीला देवी पत्नी रूमेल सिंह निवासी गांव नगाली सोलन, पारूल शर्मा पुत्री अजय शर्मा निवासी गांव बडा़ेग सोलन, रफीक पुत्र बटोर निवासी भंतनगर जम्मू-कश्मीर, चमन लाल पुत्र रोशन लाल निवासी बाढ़देवी हमीरपुर, मनोज पुत्र अजयपाल निवासी सेक्टर तीन पंचकुला, सनेह लता पत्नी कुलदीप सिंह कंवर निवासी गांव धार जिला शिमला घायल हुए है। उधर, मामले की पुष्टि एसपी सोलन वीरेंद्र शर्मा ने की है, उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घायलों का इलाज किया जा रहा है। जबकि कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी है।
दुर्घटना के बाद 50 मिनट तक नहीं पहुंची एंबुलेंस
कालका-शिमला एनएच-5 पर सोलन बाइपास के शमलेच में बस दुर्घटना ने व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। बस के डंगे से टकराने के बाद घायल यात्रियों को करीब 50 मिनट तक एंबुलेंस नहीं मिली, जबकि दुर्घटनास्थल सोलन अस्पताल से मात्र पांच किलोमीटर दूर था। घायल यात्री अस्पताल ले जाने के लिए चिल्लाते रहे। जब घायलों को एंबुलेंस ही नहीं मिली तो स्थानीय लोगों ने मदद की और निजी वाहनों में घायलों को क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया।
जब तक एंबुलेंस मौके पर पहुंची सभी घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया था। इसके बाद एंबुलेंस मौके पर जाती हुई दिखाई दी और अस्पताल के लिए खाली लौटी। हैरत की बात तो यह है कि हादसे की सूचना प्रशासन को भी काफी देर बाद मिली। सूचना के बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा। शुक्रवार शाम 04:45 बजे बस डंगे से टकराई। हादसा होने के बाद बस का आपातकालीन दरवाजा भी नहीं खुला। इस कारण यात्री बस के अंदर ही फंस गए और बचाव के लिए चिल्लाते रहे।
ऐसा होने पर स्थानीय लोग मौके पर इकट्ठा हुए और चालक के दरवाजे को खोलकर एक-एक कर लोगों को बाहर निकाला गया। वहीं लोगों ने 108 एंबुलेंस को मौके पर बुलाने के लिए फोन किया। लेकिन करीब 50 मिनट तक मौके पर एक भी एंबुलेंस नहीं आई। वहीं हादसे की सूचना के बाद उपमंडलाधिकारी विवेक शर्मा और आरटीओ सोलन गोपाल, आरएम सोलन शुगल सिंह ने मौके का दौरा किया।
चालक सुन रहा था फोन
चालक फोन पर बातें कर रहा था। जैसे ही बस शमलेच के पास पहुंची तो पहाड़ी से टकरा गई। पहले तो ऐसे लगा कि बस सड़क से नीचे उतर गई है। मगर जब बस रुकी तो दीवार से टकराई थी। इस हादसे में टंग में हल्की चोटें आई हैं। – एनएन शर्मा, यात्री।
बस की रफ्तार तेज थी
सनवारा के बाद से ड्राइवर रेश ड्राइविंग कर रहा था। कुमारहट्टी बाइपास में एक तरफा आवाजाही के बावजूद चालक तेज रफ्तार में बस को चला रहा था। कई बार अचानक ब्रेक लगाए। हादसे पहले भी चालक और परिचालकों का कोई ध्यान नहीं था। – पारुल शर्मा, यात्री
पहले कर दिए थे यात्री आगाह
उतराई होने की वजह से बस ने अचानक रफ्तार पकड़ ली थी। यात्रियों को पहले ही आगाह कर दिया गया था। सवारियों ने अपनी-अपनी सीटें पकड़ ली थी जिस वजह से हल्की चोटें आई हैं। बस में सवार तीन से चार लोगों को गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें 108 एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भेजा। – कपिल, बस परिचालक
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे
हादसे की सूचना मिली मौके पर पहुंचे और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया है। हादसे में आठ लोग घायल हुए हैं। जिनका इलाज क्षेत्रीय अस्पताल में चल रहा है। सभी को फौरी राहत दे दी गई है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है। – विवेक शर्मा, उपमंडलाधिकारी सोलन
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