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वादी पक्ष की महिलाएं और अधिवक्ता (फाइल)
– फोटो : अमर उजाला
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सीजेएम विजय विश्वकर्मा की अदालत में ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी वाद की चार महिला वादियों को गालीगलौज और धमकी मामले में सुनवाई आज नहीं हो सकी। अधिवक्ता नारायणी शर्मा के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित होने के कारण शुक्रवार को सुनवाई टल गई। अब इस मामले में शनिवार को सुनवाई होगी। पिछली तिथि पर बुधवार को भी कैंट थाने से रिपोर्ट नहीं आने पर सुनवाई नहीं हो सकी थी
महिला वादी राखी सिंह के पैरोकार जितेंद्र सिंह विसेन समेत दो के खिलाफ केस दर्ज कराने की अर्जी दी है।
दिसंबर माह में ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी प्रकरण की वादी महिलाएं रेखा पाठक, मंजू व्यास, लक्ष्मी देवी व सीता साहू ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। आरोप लगाया कि श्रृंगार गौरी प्रकरण की एक वादिनी राखी सिंह के पैरोकार जितेंद्र सिंह विसेन की ओर से मुख्यमंत्री को पॉवर ऑफ अटार्नी सौंपने और मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
सुनवाई के दौरान अदालत परिसर में पहुंचने पर कई बार अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल भी किया गया। महिलाओं व उनके पैरोकारों से गाली-गलौज तक की जाती है। यह भी आरोप लगाया गया कि नंदी जी महाराज बनाम उत्तर प्रदेश सरकार मुकदमे में वाद मित्र सितेंद्र चौधरी से फर्जी तरीके से पॉवर ऑफ अटार्नी अपने हक में करा लिए हैं।
Gaynvapi Case Hearing inthreat to four women litigants demand to case against Jitendra Singh Visen
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