Budaun News: गंगा में बहे MBBS के तीन छात्रों का अब तक नहीं चला पता, एसडीआरएफ कर रही तलाश

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बदायूं के कछला घाट पर गंगा में बहे एमबीबीएस के तीन छात्रों की तलाश जारी है। उनकी तलाश के लिए शनिवार देर शाम एसडीआरएफ की टीम बदायूं पहुंच गई थी। रोशनी के लिए जनरेटर की व्यवस्था कर रात 12:00 बजे तक गंगा में खोजबीन अभियान चला। करीब एक किलोमीटर तक छात्रों को तलाश किया गया, लेकिन रात होने की वजह से सर्च अभियान रोक दिया गया था। रविवार सुबह फिर से सर्च अभियान शुरू कर दिया गया। एसडीआरएफ के अलावा तमाम गोताखोर छात्रों को तलाश कर रहे हैं। सुबह भी गंगा घाट पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

राजकीय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र राजस्थान के भरतपुर निवासी अंकुश, गोरखपुर निवासी प्रमोद यादव, हाथरस निवासी नवीन सेंगर, बलिया निवासी पवन यादव और जौनपुर निवासी जय मौर्य बाइक से महाशिवरात्रि पर गंगास्नान करने कछला घाट पहुंचे थे। नहाते समय पांच छात्र गंगा में बहने लगे। इनमें से अंकुश और प्रमोद को बचा लिया गया, लेकिन नवीन सेंगर, पवन यादव और जय मौर्य का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। 



छात्रों की तलाश में जुटी एसडीआरएफ

छात्रों की तलाश में गोताखोरों की टीम लगाई गई। देर शाम अमरोहा जिले से एसडीआरएफ पहुंच गई। चूंकि रात का समय था। इससे एसडीआरएफ को छात्रों को तलाश करने में दिक्कत आ रही थी। अधिकारियों के आदेश पर जेनरेटर की व्यवस्था कराई गई। एसडीआएफ की वोट में छोटा जनरेटर लगवाया गया। उसके बाद छात्रों की तलाश शुरू कर दी गई। हालांकि देर रात तक उनका पता नहीं चला। घटना को लेकर देर रात प्राचार्य और कॉलेज के सभी डॉक्टरों के साथ मीटिंग हुई। इसमें छात्रों की सुरक्षा को लेकर भी विचार किया गया।


खुद बह गए… दोस्त को डूबने नहीं दिया

कछला घाट पर गंगा में बहे एमबीबीएस के पांचों छात्र गहरे दोस्त थे। पढ़ाई ही नहीं, उनका खाना-पीना, उठना-बैठना और घूमना फिराना भी साथ ही होता था। शनिवार को भी उन्होंने अचानक महाशिवरात्रि पर गंगास्नान की योजना बनाई तो पांचों बाइक लेकर सीधे निकल लिए। नहाते समय अंकुश अचानक डूबने लगा। उसे बचाने के लिए अन्य दोस्तों ने अपनी जान दांव पर लगा दी और खुद भी डूबने लगे। गोताखोरों ने उन्हें डूबता देखा तो गंगा में छलांग लगाकर अंकुश और प्रमोद को तो बचा लिया लेकिन नवीन, पवन और जय बह गए।


शनिवार को महाशिवरात्रि होने के बावजूद कछला गंगा घाट पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए। न ही पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया। केवल कछला चौकी पुलिस पर ही सुरक्षा की जिम्मेदारी थी। बाकी फोर्स रूट डायवर्जन और मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था में लगी थी। वहीं घाट पर फ्लड यूनिट भी नहीं थी। बताते हैं कि फ्लड यूनिट को बड़े गंगा स्नान के पर्व पर लगाया जाता है।


राजकीय मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. सीपी सिंह ने बताया कि यह काफी बड़ी घटना हुई है। इसका कॉलेज प्रशासन को दुख है। छात्रों के परिवार वालों को सूचना दे दी गई है। अभी तीनों छात्रों का कुछ पता नहीं चला है। वह कॉलेज से अनुमति लेकर गए थे या नहीं, इसका पता कराया जा रहा है। 


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