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ड्रोन। (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : अमर उजाला
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भारत-नेपाल सीमा पर प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन से प्री वेडिंग शूट करना (शादी से पहले के वीडियो बनाना) सात युवकों और दो युवतियों को मुसीबत में डाल गया। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने गंडक नदी पुल के पास इन्हें पकड़ लिया और बिहार की बगहां पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने सभी को निजी मुचलके पर छोड़कर सामान जब्त कर लिया है।
गंडक नदी के वाल्मीकि गंडक बराज पुल से होकर नेपाल में प्रवेश किया जाता है। बृहस्पतिवार शाम करीब छह बजे बराज के 18 नंबर फाटक के पास महराजगंज के पुरैनिया निवासी वंदना कुमारी, महादेवा निवासी मानसी कुमारी, परसौनी बुजुर्ग के हेमंत प्रजापति, सोहरौना के आशुतोष रामपत, लक्ष्मीपुर के सत्यजीत चौधरी, आदर्शनगर देवरिया के प्रवीण साहनी, भगत चौराहा गोरखपुर के शिवम चौरसिया पहुंचे। इसके साथ सोहरौना, महराजगंज निवासी ड्रोन ऑपरेटर शीपू और सहायक सागर गुप्ता भी था।
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सभी लोग यहां के प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन से वीडियो शूट करने लगे। सीमा क्षेत्र में ड्रोन मंडराता देखकर सशस्त्र सीमा बल के जवान हरकत में आ गए। एसआई अंग्रेज सिंह ने जवानों के साथ पहुंचकर सभी को हिरासत में ले लिया। चेकपोस्ट लाकर ड्रोन उड़ाने का कारण पूछा। परिचय पत्र आदि चेक किए।
इन्होंने बताया कि शादी तय होने पर वे लोग प्री वेडिंग शूट के लिए खूबसूरत स्थान की तलाश में यहां पहुंचे थे। वह लोग शादी को यादगार बनाना चाहते थे। नियम कानून की जानकारी नहीं होने की वजह से यह गलती हुई। इस पर एसएसबी के जवानों ने इन्हें बिहार की बगहां पुलिस के हवाले कर दिया। बगहां पुलिस ने किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि सामने नहीं आने पर निजी मुचलके पर छोड़ दिया।
इस संबंध में वाल्मीकि नगर थानाध्यक्ष विजय प्रसाद राय ने बताया कि अनधिकृत रूप से संवेदनशील एरिया में ड्रोन उड़ाने पर कार्रवाई की गई है। रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। हालांकि जांच में कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं मिली। इसलिए सभी को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। उनका कैमरा, कार इत्यादि जब्त कर लिया गया है।
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